कहते है ना जिसका हुनर जिस चीज में हो उसे वह करना चाहिए। शायद वही आपके भविष्य को बना दे। कुछ ऐसी ही बाते समर्थ नारी समर्थ भारत संगठन की राष्ट्रीय सह संयोजिका माया श्रीवास्तव ने सरकारी स्कूलों के बच्चों से कहा। दरअसल समर्थ नारी समर्थ भारत ने आज पुनाईचक में कार्यशाला का आयोजन किया। जिस दौरान विभिन्न सरकारी स्कूलों की छात्राओं से मिथिला पेंटिंग, आयल पेंटिग, फैब्रिक पेन्टिंग, नीब पेन्टिंग, स्प्रे पेन्टिंग, ग्लास पेन्टिंग ब्लॉक पेन्टिंग नेट के कपड़े पर मधूबनी पेन्टिंग के साथ सिलाई, कटाई, विभिन्न प्रकार कढ़ाई जैसे कलाओं पर प्रशिक्षण दिया। साथ ही बोरा पर ऊन से कढ़ाई कर कालिन बनाना, ऊन के धागे से किसी भी प्रकार के कपड़े पर मधुबनी पेन्टिंग बनाना, मिट्टी से बने समान पर पेंटिंग के साथ ऊन के धागे से काम करना ऊन धागे से लखनबी चिकेन का कढ़ाई करने जैसे तमाम हुनर पर ट्रेनिंग दी।
संगठन की सभी महिलाओं ने किया प्रेरित
इस अवसर पर संगठन की राष्ट्रीय सह संयोजिका बिहार झारखंड, पश्चिम बंगाल की प्रभारी माया श्रीवस्ताव ने छात्राओं को शुभकामना देते हुए कहा कि ये हुनर छात्राओं को भविष्य में जीविकोपार्जन का साधन बन सकती है। छात्राएं इस हुनर को दूसरे छात्राओं को सिखा कर आत्मनिर्भर बना सकती है। इस अवसर पर संगठन से जुड़े पुष्पा पाठक, माला सिन्हा, सरिता सिंह, पटना महानगर की महासचिव स्मिता सिन्हा के साथ कई महिलाएं भी उपस्थित थी।