[TeamInsider]: एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री (Chifminister) शराब और शराबबंदी (Liquer Ban) को लेकर पूरे बिहार में घूम घूम कर रैलियां कर रहे है। वहीं शराब के माफिया बिहार में तस्करी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। रोज कहीं न कहीं छापेमारी से लाखों करोड़ों रूपए के शराब बरामद हो हीं रहे हैं।
गुप्त सुचना के आधार पर हुई छापेमारी
भागलपुर जगदीशपुर थाना क्षेत्र के मखना गांव में डीएसपी विधि व्यवस्था के नेतृत्व में एक मिनी शराब फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया है, जहाँ बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार बिहार को शराब मुक्त बनाने को लेकर एड़ी चोटी एक करने में लगे हुए हैं, परंतु कुछ शराब कारोबारी उनके सपने को तार-तार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, कहीं शराब होम डिलीवरी हो रही है तो कहीं शराब को बनाकर बेचा जा रहा है।
ताजा मामला जगदीशपुर थाना अंतर्गत मखना गांव का है। जहाँ जगदीशपुर थाना अंतर्गत डीएसपी विधि व्यवस्था गौरव कुमार के नेतृत्व में एक विशेष सघन छापेमारी की गई। गुप्त सूचना के आधार पर इस छापेमारी के दौरान जगदीशपुर के मखना गांव में एएलडीएफ (ALLDF) की टीम, एक्साइज की टीम और जगदीशपुर थाना की टीम के संयुक्त छापेमारी में शराब बनाने के कई उपकरण बरामदगी के साथ ही 11 लीटर देशी महुआ चुल्हाई शराब, 100 लीटर गुड़ और बनाये गये जावा का घोल को विनष्ट किया गया।
काफी समय से चल रहा था कारोबार
वहीं डीएसपी विधि व्यवस्था डॉक्टर गौरव कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अभी विशेष सघन छापेमारी चल रही है, मखना गाँव में छापेमारी के दौरान शराब कारोबारी मौका देख फरार हो गया है, शराब कारोबारी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायगा, वहीं सबसे बड़ी बात यह है कि शराब बनाने का कारोबार जहां चल रहा था वहीं उक्त शराब कारोबारी के समीप बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र भी चल रहा है, अब सवाल उठता है कि बच्चों के बीच इसका क्या असर होगा, जबकि सूत्रों की मानें तो यह कारोबार आज से नहीं बहुत समय से चलता आ रहा है।