ईडी ने आईएस पूजा सिंघल और पंकज मिश्रा की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए डीजीपी और अस्पताल प्रबंधन को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से डीजीपी और अस्पताल प्रबंधन को अवगत कराया है कि इन दोनों की हर गतिविधियों पर नजर रखी जाए। बता दें कि जिस समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा रिम्स में इलाज करा रहे थे, उस दौरान करीब 300 कॉल किए थे और कई लोगों से मुलाकात किए थे। इन सभी मामले की जांच कर रही है। हालांकि पंकज मिश्रा को फिलहाल रिनपास में भर्ती कराया गया है। पंकज मिश्रा को ईडी की टीम ने 1000 करोड़ से अधिक अवैध खनन घोटाले मामले में गिरफ्तार किया है, तो वहीं ईडी की टीम ने आईएएस पूजा सिंघल को मनरेगा घोटाले मामले में गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला
ईडी के मुताबिक, कुल 47 तलाशी अभियान धन शोधन से जुड़े इस मामले के सिलसिले में चलाए गए थे। जिनमें 5.34 करोड़ रुपये की नकदी, 13.32 करोड़ रुपये की बैंक जमा राशि, 30 करोड़ रुपये की नाव, पांच स्टोन क्रशर और दो ट्रक भी जब्त किए गए थे। जांच एजेंसी के अनुसार, छापेमारी के दौरान दो एके-47 राइफल भी बरामद हुआ था। जिसे झारखंड पुलिस ने बाद में अपना बताया था। बता दें कि ईडी की जांच इस मामले में तब शुरू हुई थी, जब अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों को लेकर एजेंसी ने आठ जुलाई को झारखंड के साहिबगंज, राजमहल, बरहैट, मिर्जा चौकी और बरहरवा इलाके में पंकज मिश्रा और उसके कथित सहयोगियों के 19 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
11 मई को ईडी ने दर्ज की थी प्राथमिकी
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूजा सिंघल के खिलाफ 11 मई को ईडी ने प्राथमिकी दर्ज कर किया था। जिसके बाद ईडी पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर ली थी। गिरफ्तारी के बाद 14 दिनों तक रिमांड पर लेकर उसे पूछताछ की गई थी। जिसके बाद 25 मई को उसे कोर्ट में पेशी किया गया था। जहां से पूजा सिंघल को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था। तब से वो जेल में बंद है।