देश भर में विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के द्वारा बुधवार को गीता जयंती सह शौर्य यात्रा का आयोजन किया गया। जमशेदपुर के गोविंदपुर में भी इसका आयोजन बजरंग दल के जमशेदपुर शाखा के द्वारा किया गया।
भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का किया था वाचन
यहां मुख्य अतिथि के रूप में विश्व हिन्दू परिषद के अंतराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परानडे उपस्थित रहे। गोविंदपुर स्थित सहजानंद सरस्वती संस्थान के प्रांगण में आयोजित की गई। बता दें की पौश माह के कृष्ण पक्ष षष्टि तिथि मे महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को युद्ध भूमि में गीता का वाचन किया था और तब से इस तिथि को गीता दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं 1992 में इसी तिथि पर बावरी ढांचे को कार सेवकों ने गिरा दिया था, तभी से विहिप और बजरंग दल इस दिन में शौर्य यात्रा निकालती है। इस आयोजन में तमाम विहिप कार्यकर्ताओं को मुख्य अतिथि ने हिंदुत्व की रक्षा के लिए सदैव तथपर रहने का सन्देश दिया।
25 दिसंबर को मनाई जाएगी गीता जयंती
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष गीता जयंती 25 दिसंबर शुक्रवार को मनाई जाएगी। ब्रह्मपुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को दिया था। इसलिए इस दिन को गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है।
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श्रीमद्भगवद् से है इसका कनेक्शन
पंडित शरद चंद्र मिश्र के अनुसार श्रीमद्भगवद् गीता का मानव जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गीता के उपदेश मनुष्य को जीवन की वास्तविकताओं से अवगत करवाता है। उन्हें निस्वार्थ रूप से कर्म करने के लिए प्रेरित करता है। इन्हें कर्तव्यपरायण बनाता है। सबसे अहम बात यह भी है कि जब भी आप किसी भी तरह की शंका में घिरे हों, गीता का अध्ययन करें आपका उचित मार्गदर्शन अवश्य होगा।