बिहार में जहरीली शराब से मचे हडकंप को रोकथाम करने के लिए पुलिस फिर से पूरी दल-बल के साथ एक्टिव हो गई है। बीते दिन छपरा में जहरीली शराब पीने के कारण 38 लोगों की मौ’त हो चुकी है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। साथ ही सरकार व प्रशासन भी पूरी सजग हो गई है। इस मामले को लेकर अब कई जगहों पर छापेमारी चल रही है। वही पुलिस द्वारा छापेमारी के दौरान मधनिषेध कानून के क्रियान्वयन एवं आसूचना संकलन में बरती गई घोर लापरवाही एवं आदेशोल्लंघन के आरोप में रितेश मिश्रा थानाध्यक्ष मशरख थाना एवं चौकीदार 5/4 विकेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया है। वही पुलिस टीम अबतक करीब 50 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस बात की पुष्टि सारण DM राजेश मीणा द्वारा की गई है। गिरफ्तार हुए लोगों के निशानदेही पर आगे की छापेमारी हो रही है।
वहीं सारण डीएम और एसपी संतोष कुमार ने सयुंक्त प्रेस कोंफ्रेंस में बाताया कि इस मामले से जुड़े चार संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। जिनके ऊपर इसुआपुर और मशरक थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही इस मामले में SIT का गठन कर उद्भेदन की जिम्मेवारी एएसपी सह एसडीपीओ सोनपुर अंजनी कुमार को सौंपी गई है।
बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती और छापेमारी
बड़ी संख्या में शराब से हुई मौत को लेकर पुलिस पूरी सक्रिय हो चुकी है। पुलिस महकमें द्वारा इस मामले में सारण के मशरक, इसुआपुर,अमनौर व मढ़ौरा में कई माफियाओं के ठिकानों को खंगाला जा रहा है। जिसमें कई गिरफ्तारी भी हो रही है। बताते चले कि शराब कारोबारियों को पकड़न के लिए SP संतोष कुमार ने मढ़ौरा डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया है। इसके साथ ही दो और अन्य टीम का भी गठन हुआ है। वही मशरक और इसुआपुर थाना इलाके में छापेमारी तेज की गई है।
साथ ही एसडीओ और एसडीपीओ, सदर छपरा, मढ़ौरा और सोनुपर को आदेश दिया गया है कि मांझी, मशरक, मकेर और रसूलपुर के पास की सारे चेक पोस्ट का जॉइंट निरिक्षण हो। वही इसुआपुर, मशरक, मढ़ौरा और अमनौर प्रखंडों के सीमावत्ती क्षेत्रों और प्रभावित इलाकों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण भी करें। दूसरी ओर इस मामले को लेकर एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार ने बताया कि पुलिस, मद्यनिषेध और एंटी लिकर टास्क फोर्स (Anti Liquor Task Force) मिलकर छानबीन और छापेमारी में जुटी है।