सुषमा बडाईक का नाम नया नहीं है। चर्चा में इसका नाम तब आया था जब आईजी पीएस नटराजन को सुषमा बड़ाईक से यौन शोषण के मामले में बर्खास्त होना पड़ा था। दरअसल इन दिनों फिर सुषमा बड़ाइक का नाम एक बार सुर्खिंयों में सामने तब आया है जब वह जिंदगी और मौत के बीच हॉस्पिटल में जूझ रही है। मंगलवार को अज्ञात अपराधियों ने सुषमा ब़ड़ाईक को उसके बॉडीगार्ड के सामने ही गोली मार दी। जब वह सुनवाई के हाईकोर्ट जा रही थी। जिसके बाद आनन-फानन में उसे मेडिका हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
एसपी की मौजूदगी में गांव वालों ने शादी करा दी
बता दें कि सुषमा बड़ाईक के कहानी फिल्मी दुनिया से कम नहीं। बड़ाईक के अध्याय की शुरुवात 1998 से होती है, जब सहेली के बॉयफ्रेंड बसंत यादव नामक युवक ने अपहरण कर 2 दिनों तक पलामू में रखा फिर छोड़ दिया और इसे लेकर मनिका थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई और वह पकड़ा गया। जब मामला गांव वालों तक पहुंचा तो एसपी की मौजूदगी में गांव वालों ने 1998 को शादी करा दी। शादी के बाद घरेलू हिंसा का शिकार होना पड़ा। दहेज को लेकर मारपीट भी की जाती थी। इसी बीच एक बेटा हुआ लेकिन सुषमा बड़ाईक के पति ने उसे घर से निकाल दिया और बेटे को भी छीन लिया। यह शिकायत लेकर 2000 में सुषमा बड़ाइक ने पलामू के तत्कालीन डीआईजी परवेज़ हयात के पास गई लेकिन सुषमा बड़ाईक को वहां भी न्याय नहीं मिल पाया।
दोनों का हो गया तलाक
इस दौरान पलामू के कुछ लड़कों ने सुषमा को फोन किया और कहा कि उसका बेटा वापस दिला देंगे, लेकिन जब सुषमा बड़ाईक पलामू पहुंची तो लड़कों ने 2 दिन तक घर में कैद कर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। लड़कों की संख्या 10 थी। उन लड़कों में लड्डू खान अली खान शादाब खान कल्लू खान व गाली यादि शामिल थे, जिसके बाद इस घटना की शिकायत पलामू थाने में दर्ज करवाई। उसके बाद बड़ाईक का बसंत यादव के खिलाफ तलाक का भी प्रयास किया गया और दोनों का तलाक हो गया।
पुरानी घटनाओं को लेकर अपनी डायरी लिखती थी
सुषमा बडाइक के पिता का स्थानांतरण रांची हुआ और वह रांची आ गई। जिसके बाद रातू रोड में राजेश कुजूर नामक युवक से दोस्ती हुई और इत्तेफाक से राजेश भी मनिका का रहने वाला निकला। वहीं सुषमा ने राजेश से शादी कर ली। शादी के बाद वह पुरानी घटनाओं को लेकर अपनी डायरी लिखती थी और डायरी लेकर राजेश पढ़ता था। पुरानी घटनाओं में न्याय को लेकर अपने दूसरे पति राजेश के साथ तत्कालीन डीजीपी शिवाजी महान कैरे के पास गई थी, जसके बाद तत्कालीन डीजीपी ने जांच का जिम्मा राज्य के तत्कालीन आईजी पीएस नटराजन को सौंप दिया था। जिसके बाद डीआईजी परवेज़ हयात, पलामू के सामूहिक दुष्कर्म व बसंत यादव के मामले में जांच का जिम्मा तत्कालीन आईजी नटराजन को मिला था।
यहां भी सुषमा बड़ाइक के साथ धोखा हुआ और राजेश की मिली भगत से ही नटराजन ने उसके घर में ही जबरन शारीरिक संबंध बनाए। और इसके बाद आईजी नटराजन लगातार यौन शोषण करता रहा। वर्ष 2005 में मीडिया की मदद से सेक्स स्कैंडल का खुलासा हुआ और यह मामला तब सुर्खियों में आया वही पति राजेश जेल चला गया और नटराजन पर कार्रवाई हुई।
आईपीएस अधिकारी परवेज हयात पर यौन शोषण का आरोप
सुषमा ने आईपीएस अधिकारी परवेज हयात पर यौन शोषण करने का आरोप लागाया था और हयात के खिलाफ भी जांच हुई। जांच के दौरान अनुसंधानकर्ता नेयाज अहमद ने इनके खिलाफ आरोप को गलत पाते हुए इन्हें बरी कर दिया था। गौरतब है कि हयात से पूर्व सुषमा के साथ 7 जून 2002 को गैंगरेप करने का मामला पलामू में दर्ज हुआ था। इसी मामले में न्याय को ले वह हयात के पास पहुंची थी। आईपीएस परवेज़ हयात डीजी प्रशिक्षण के पद पर से 2018 को रिटायर हुए।
केस उठाने को लेकर दी जाने लगी धमकी
इसके बाद केस उठाने को लेकर धमकी दी जाने लगी। वहीं सुषमा बड़ाईक पर कई बार हमले हुए और एनकाउंटर का भी प्रयास किया गया। इसके बाद झारखंड कैडर के 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी और सुषमा बड़ाईक के मामले में आरोपी पीएस नटराजन को 2012 में बर्खास्त कर दिया गया। नटराजन को बर्खास्त करने की अनुशंसा केंद्र सरकार से की गई थी।
सुषमा का दावा दानिश का है बच्चा
वहीं मंगलवार को हुए सुषमा बडाईक पर गोलीबारी में पुलिस को शक कि हिंदुस्तानी आवामी मोर्चा के पूर्व प्रवक्ता दानिश रिजवान पर है। इसलिए कि दानिश रिजवान पर सुषमा बड़ाइक ने पटना स्थित सचिवालय थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया है। सुषमा बड़ाइक ने यह भी दावा किया है कि उसका बेटा दानिश का ही है। सुषमा की प्राथमिकी के अनुसार, 2011 में पटना आई थी। पटना जंक्शन पर ट्रेन का इंतजार रही थी। तभी कुछ बदमाश वहां पहुंचे। सुषमा ने वहां दानिश रिजवान को देखकर उससे मदद मांगी। दानिश उसे सचिवालय थाना इलाके के एक फ्लैट में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया था। कुछ दिन बाद पता चला कि वह गर्भवती है। सुषमा का दावा है कि बच्चा दानिश का है।