लोहरदगा जिले को नक्सल मुक्त बनाने की ओर राष्ट्रीय एजेंसी भी जुड़ गई है। लोहरदगा जिले में नक्सलियों की सफाया को लेकर झारखंड पुलिस के साथ राष्ट्रीय एजेंसी एनआईए भी जुट चुकी है। जिले के नक्सल प्रभावित सेरेंगदाग थाना क्षेत्र के सनई, जुड़नी, चपाल, हेसाग और आस पास के दर्जनों ग्रामीणों से नक्सल गतिविधि को लेकर सेरेंगदाग थाना और सेन्हा थाना बुलाकर पूछताछ की गई। ग्रामीणों को एनआईए की ओर से नोटिस भेजा गया था जिसके आधार पर यह पूछताछ की गई।
नक्सली अभियान ऑपरेशन डबल बुल
जिले में झारखंड पुलिस की ओर से भी नक्सलियों को खदेड़ने को लेकर रणनीति बनाई जा रही हैं। जिले में नक्सलियों के खिलाफ लगातार करवाई और अभियान चलाई जा रही है। पिछले साल फरवरी में नक्सलियों के खिलाफ राज्य का सबसे बड़ा नक्सली अभियान ऑपरेशन डबल बुल जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र पेशरार थाना क्षेत्र अंतर्गत बुलबुल के जंगलों में चलाई गई थी, जिससे जिले में नक्सलियों की कमर तोड़ कर रख दिया था। इस अभियान में सुरक्षा बलों को भारी सफलता मिली थी।
गोला बारूद और कई इनामी नक्सली के हुए गिरफ्तार
सुरक्षा बलों को भारी मात्रा में असला गोला बारूद और कई इनामी नक्सली के गिरफ्तारी साथ एक नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया गया था, जिसके बाद से जिले में नक्सल गतिविधि सुस्त पड़ गई हैं। वहीं नक्सली अब भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए कभी कभार लेवी की मांग और पोस्टरबाजी करते रहते हैं और विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न करते हैं। वहीं झारखंड पुलिस के रांची जॉन के आईजी पंकज कंबोज ने जिले से जल्द बचे हुए नक्सलियों की सफाया करने का भरोसा दिलाया है।
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सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठा के सरेंडर करें नक्सली
रांची जोन के आईजी पंकज कंबोज ने लोहरदगा जिले में एनआईए की करवाई पर कहा कि जिले में जो भी बचे हुए नक्सली और कमांडर है, उनपर पुलिस की निगरानी है। जल्द ही उसका सफाया किया जायेगा। वहीं नक्सलियों को संदेश देते हुए कहा झारखंड सरकार की सरेंडर पॉलिसी का लाभ उठा के सरेंडर करे नहीं तो पुलिस की करवाई में मारे जायेंगे सरेंडर कर के बाकी का जीवन परिवार के साथ बिताए।