सारण में जहरीली शराब कांड मामले में हुई मौतों की जांच करने के लिए मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार को छपरा पहुंची। हालांकि इस टीम के जांच में पहुंचने की सूचना के बाद जहां क्षेत्र में सनसनी रही। वहीं पूरे दिन चर्चा का विषय भी रहा। बातया जा रहा है कि टीम ने अस्पताल में मौजूद सिविल सर्जन और अस्पताल उपाधीक्षक से कई बातों पर जानकारी ली।
घंटो चली पूछताछ
मानवाधिकार आयोग की टीम द्वारा जहरीली शराब कांड के केंद्र रहे मशरक में भी जांच किए जाने की सूचना है। हालांकि देर संध्या मानव अधिकार आयोग के पदाधिकारी छपरा सदर अस्पताल पहुंचे, जहां उनके द्वारा पहले ओपीडी में चल रहे लैब एवं अन्य विभागों की जांच की गई। वही सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिन्हा एवं अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सत्यदेव प्रसाद सिंह से गहन बातचीत कर सारण में हुई मौतों के विषय में विस्तृत जानकारी हासिल की गई।
करीब एक घंटे तक गहन छानबीन के बाद जब पत्रकारों ने मानवाधिकार आयोग के पदाधिकारी से जांच के विषय पर जानकारी हासिल करनी चाही तो वह बिना कुछ कहे चुपचाप वहां से अपने वाहन में बैठकर रवाना हो गए।वहीं इस मामले में सिविल सर्जन ने बताया कि अब तक सारण जिले से जहरीली शराब कांड मामले में 42 संदिग्ध मौत की पुष्टि की गई है. जिसमें 38 शवों का पोस्टमार्टम छपरा सदर अस्पताल में जबकि चार शवों का पोस्टमार्टम पीएमसीएच में किया गया है।