झारखंड विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन विपक्षियों के द्वारा सदन के मुख्य गेट के समक्ष मौजूदा समय में राज्य में हो रहे तुष्टीकरण की राजनीति, बेटियों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ और सुबे के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स की बदहाल स्थिति और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया। भाजपा के विधायक विधानसभा की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। विरोधी दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि इस सरकार में झारखंड की बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। अपराधियों को सरकार संरक्षण दे रही है। सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
मरीज चिकित्सीय सुविधा से वंचित हैं
इस विरोध प्रदर्शन में कांके के विधायक समरी लाल ने प्रदर्शन स्थल पर ही सांकेतिक रूप से अपने आप को बीमार बताते हुए रिम्स की वर्तमान स्थिति से सरकार को अवगत कराने का प्रयास किया। भाजपा विधायक समरी लाल ने कहा कि मेरा यह प्रदर्शन सदन में सरकार को रिम्स की स्थिति बत लाने का सांकेतिक तरीका है। अस्पताल में स्वास्थ लाभ लेने आए मरीज और उनके परिजन मूलभूत चिकित्सीय सुविधा से वंचित हैं। ठंड के दिनों में बिना कंबल के रात काटने पर मजबूर हैं। सरकार से आग्रह होगा की वहां की व्यवस्था का जायजा खुद ले और स्वास्थ्य व्यवस्था में अविलंब सुधार लाएं।
इसे भी पढ़ें: Ranchi: सरेंडर कर चुके नक्सली कुंदन पाहन की सुनवाई, कोर्ट ने साक्ष्यों के अभाव में किया बरी