[Team Insider] जमशेदपुर के जिला मुख्यालय परिसर में राज्य के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता रविवार वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया से जुड़े। इस दौरान तमाम राज्यों के स्वास्थ मंत्री भी वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर देश मे बढ़ रहे कोरोना के मामलों पर चर्चा की। साथ ही केंद्रीय मंत्री को अपने अपने राज्यों के कोरोना संक्रमण की अपडेट स्थिति की जानकारी दी।झारखंड के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी इस दौरान झारखंड राज्य के कोरोना संक्रमण की अपडेट स्तिथि और झारखंड राज्य के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को रखा।
संक्रमण का खतरा कम हो, इसका जारी है प्रयास
वंही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य सरकार झारखंड में कोरोना के तीसरे लहर को लेकर पूरी तरह से तैयार है।प्रयास किया जा रहा है कि संक्रमण का खतरा कम से कम हो। इसके लिए राज्य भर में कोरोना टेस्टिंग पर विसेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही बच्चों के अस्पतालों में भी पूरी व्यवस्था दुरुस्त की गई है। ताकि किसी भी आपातकाल स्तिथि के लिए सभी अस्पताल तैयार रहे।
आयुष्मान कार्ड में सम्मिलित करने का आग्रह
उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को सुझाव भी दिया है कि आयुष्मान कार्ड के दायरा बढ़ाते हुए कोरोना के इलाज़ को भी इसमे शामिल किया जाए। जिससे गरीब तबके के लोगों का इलाज भी आयुष्मान कार्ड के माध्यम से हो सके। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा देश भर में एक रेट निर्धारण की मांग की है। जिससे देश भर के निजी अस्पताल किसी भी तरह के वैश्विक आपदा के समय आम जनता से ज्यादा पैसे न वसूल सकें।
केंद्र सरकार से जीनोम सिक्वेन्सी मशीन देने का आग्रह
मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र सरकार से जीनोम सिक्वेन्सी मशीन देने का आग्रह किया।उन्होंने बताया कि जब रिम्स को रिसर्च सेंटर का उपाधि मिल गयी है।तो यहाँ जीनोम सिक्वेन्सी मशीन जरूर मिलना चाहिए।इसे स्वीकार करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इस मांग पर जल्द प्रक्रिया के तहत झारखंड को मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही मंत्री बन्ना गुप्ता लगातार साहिया बहनों के मानदेय को 2 हजार से 7 हजार बढ़ाने के लिए केंद्रीय सरकार से मांग करते आ रहे है। इसी कड़ी में उन्होंने अपनी मांग को दुहराते हुए जब केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया, तो उन्होंने कहा कि यह मांग जायज हैं और संज्ञान में हैं।केंद्र सरकार जल्द इसपर फैसला लेगी।
11 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण
इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से 15 से 18 वर्ष के टीकाकरण के दायरे को बढ़ाते हुए,इसे 12 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए भी शुरू करने की मांग की है। फिलहाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इसको लेकर पूर्व में मंजूरी दे चुकी है।लेकिन दुज़रे देशों ने 11 वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण भी शुरू कर दिया है।