शहर में वसूले जा रहे चुंगी कर के खिलाफ उठ रहे विद्रोह के आवाज को देखते हुए सदर विधायक मनीष जयसवाल नगर आयुक्त सह डीडीसी प्रेरणा दीक्षित से मिले। शहरवासियों को हो रही परेशानी से उन्हें अवगत कराया। बता दें कि यह चुंगी कर नगर निगम में प्रवेश कर रहे कमर्शियल वाहन और बड़े वाहनों से वसूल किया जा रहा है जिसे लेकर जनता में काफी आक्रोश है। नगर आयुक्त से मिलने के बाद सदर विधायक मनीष जायसवाल ने बताया कि चुंगी कर जिस तैयारी के साथ शुरू करना चाहिए था, उस तैयारी के साथ शुरू नहीं हुआ है। जिससे लोगों को परेशानियां आ रहे हैं। एक तरफ नगर निगम यह आदेश देता है कि आप अपना गोदाम नगर निगम क्षेत्र से बाहर रखें।
मंथली पास की होनी चाहिए व्यवस्था
वहीं अगर एक गोदाम से एक व्यापारी की गाड़ी 10 बार आती जाती है तो उसे 10 बार चुंगी कर देना पड़ेगा तो यह गलत है। उसके लिए मंथली पास की व्यवस्था होनी चाहिए। यह सब सुझाव उन्होंने नगर आयुक्त अपर्णा दीक्षित को दिए हैं। शहर में चुंगी कर वसूल किए जाने से लग रहे जाम के बारे में भी उन्हें अवगत कराया है।
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चुंगी कर के इकरारनामा को भी किया जा सकता है रद्द
वहीं नगर आयुक्त सह डीडीसी प्रेरणा दीक्षित ने भी मीडिया से बात करते हुए बताया की नगर वासियों को हो रहे कुछ परेशानियों के बारे में पता चला है। जैसा बस एसोसिएशन वाले लोगों ने बताया है कि उनकी बसे शहर से बाहर दो से तीन बार जाती है तो मैं दो से तीन बार चुंगी टैक्स देना पड़ रहा है। इसके लिए वह मंथली या डेली पास लेकर आने वाली है। वहीं इसमें कुछ ऐसी गाड़ियां हैं, जिन्हें छूट भी दी गई हैं। जैसे दूध की गाड़ियां हो गई। मेडिकल की गाड़ियां हो गई। पेपर की गाड़ियां हो गए। जिन्हें छूट दी गई है।
वहीं इसके लिए कुछ नियम भी बनाए गए हैं। जैसे जहां पर एक टैक्स वसूल किया जा रहा है वहां सीसीटीवी लगाना है। पानी की व्यवस्था करनी है, लाइट की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि अगर उन्हें कुछ गड़बड़ी का पता चलता है तो वाह चुंगी कर के लिए किए गए इकरारनामा को रद्द भी कर सकती हैं। वही इस चुंगी कर को लगाए जाने का कारण उन्होंने नगर निगम में फंड की बढ़ोतरी हो यह बताया है।