बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पूरे राज्य की यात्रा पर निकल रहे हैं। इस बार यह यात्रा 5 जनवरी से शुरू हो रही है। यात्रा का मुख्य मकसद शराबबंदी के लिए जनता को जागरुक करना है। लगभग एक महीने तक सीएम राज्य के अलग-अलग जिलों की यात्रा करेंगे। उनकी ये यात्रा चंपारण से शुरू होगी। जिसे लेकर विपक्ष में बैठी भाजपा अभी से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार बिहार की यात्रा पर निकालने वाले है। इसके पहले वो 13 बार बिहार की यात्रा कर चुके हैं। इसी बात को लेकर भाजपा का ये कहना है कि नीतीश कुमार की पिछली 13 यात्राएं बिहार की तेरहवीं के जैसे है। उनकी अगली बिहार यात्रा’ आखिरी यात्रा होगी।
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‘यात्रा के नाम पर पिकनिक‘
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश की बिहार यात्रा को उनकी आखिरी यात्रा करार दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अबतक बिहार की 13 यात्राएं कर चुके हैं जिससे वो बिहार की तेरहवीं कर चुके हैं। बिहार की जनता भी ये बाद अच्छे से जानती है कि तेरहवां के बाद सबकुछ खत्म हो जाता है। नीतीश कुमार को भी ये बात अच्छे से समझ जाना चाहिए। महागठबंधन के ही कई नेता ये कह चुके हैं कि पहले कि यात्राएं उपयोगी नहीं रही हैं वरना इस यात्रा की जरुरत नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार यात्रा के नाम पर पिकनिक ना मनाएं।
नीतीश कुमार की अब तक की यात्राएं
- न्याय यात्रा-12 जुलाई, 2005 : यह Nitish Kumar की पहली यात्रा थी। जनता से बहुमत की मांग के लिए सीएम नीतीश ने यह यात्रा निकाली थी।
- विकास यात्रा- 9 जनवरी, 2009 : सीएम बनने के बाद Nitish Kumar की यह पहली यात्रा बिहार के विकास के बारे में जनता को बताने के लिए थी।
- धन्यवाद यात्रा- 17 जून, 2009 : तब के लोकसभा चुनाव में भले ही Nitish Kumar केंद्र की सत्ता तक नहीं पहुंच पाए थे लेकिन उनकी सहयोगी भाजपा के साथ जदयू को अच्छी सीटें मिली थीं। इसी के धन्यवाद के लिए नीतीश कुमार यात्रा पर निकले थे।
- प्रवास यात्रा- 25 दिसंबर, 2009 : जनता की समस्याओं को जानने की कोशिश में प्रवास यात्रा पर सीएम Nitish गए थे।
- विश्वास यात्रा- 28 अप्रैल, 2010 : लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत के बाद विधानसभा चुनाव में जीत की दरख्वास्त लेकर Nitish Kumar 2010 में यात्रा पर निकले थे।
- सेवा यात्रा- 09 नवंबर, 2011: विधानसभा चुनाव में अपेक्षा से अधिक सीटें जीतने के बाद नीतीश कुमार लोगों का धन्यवाद देने इस यात्रा पर निकले थे।
- अधिकार यात्रा- 19 सितंबर, 2012 : CM नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मुहिम अधिकार यात्रा के जरिए शुरू की।
- संकल्प यात्रा- 05 मार्च, 2014 : भाजपा से अलग होने के बाद 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नीतीश कुमार संकल्प यात्रा पर निकले थे। तब उनका मकसद देश में नरेंद्र मोदी की लहर को रोकना था।
- संपर्क यात्रा- 13 नवंबर, 2014 : लोकसभा चुनाव 2014 में करारी हार के बाद आम लोगों से संपर्क करने के लिए यह यात्रा की गई थी।
- निश्चय यात्रा- 09 नवंबर, 2016 : महागठबंधन में चुनाव जीतने के बाद नीतीश कुमार ने यह यात्रा तमाम जन कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा के लिए की थी।
- समीक्षा यात्रा- 07 दिसंबर, 2017: भाजपा से दुबारा गठजोड़ के बाद नीतीश कुमार ने इस यात्रा में सरकार के विकास कार्यों की समीक्षा की।
- जल जीवन हरियाली यात्रा – 3 दिसम्बर 2019 : सरकार चलाने के साथ समाज सुधार को अपने मिशन में शामिल कर लेने के बाद नीतीश कुमार ने यह यात्रा पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए की।
- समाज सुधार अभियान – 22 दिसम्बर 2021 – समाज सुधार के अगले पड़ाव पर इस यात्रा में मुख्यमंत्री Nitish Kumar ने शराबबंदी, बाल विवाह, दहेज प्रथा, सहित समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ जागरुकता फैलाई।