सारण जिला के छपरा की रहने वाली डॉ रंजीता प्रियदर्शनी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियुक्ति पत्र दिया। शनिवार को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने छपरा शहर के दहियावां टोला निवासी अजब नारायण सिंह व कमला सिंह की पुत्री को नियुक्ति पत्र दिया तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा। बता दें कि सरकारी प्रशिक्षण महाविद्यालयों में व्याख्याता पद पर नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में रंजीता ने बेहतर रैंक हासिल किया था। इसके बाद उसका चयन स्वास्थ्य एवं शारीरिक शिक्षा के व्याख्याता पद पर हुआ। रंजीता अपने टैलेंट से पुरे जिले का नाम रौशन किया है।
“नीतीश के 13 यात्राओं से बिहार की ‘तेरहवीं’ हुई”
लड़कियों के लिए प्रेरणा बनी रंजीता
गड़खा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मीरपुर जुआरा में शारीरिक शिक्षिका के पद पर कार्यरत रंजीता की पढ़ाई बीएचयू से हुई थी। वह एक कुशल खिलाड़ी व प्रशिक्षक भी रह चुकी है। फिजिकल एजुकेशन में रंजीता ने डॉक्टरेट की डिग्री भी हासिल की है। नियुक्ति पत्र देते समय मुख्यमंत्री ने डॉ रंजीता को और आगे बढ़ने की प्रेरणा दी और कहा कि आधी आबादी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सफलता का झंडा गाड़ रही है। रंजीता की सफलता और लड़कियों के लिए प्रेरणा बन रही है। वही मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र मिलने के बाद रंजीता ने बिहार सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार आधी आबादी को हर क्षेत्र में प्राथमिकता दे रही है। इसी का परिणाम है कि उसे मुख्यमंत्री के हाथों जोयनिंग लेटर मिल रहा है। इस अवसर पर सूबे के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, मंत्री चंद्रशेखर सिंह, सुमित कुमार व अन्य उपस्थित थे।