बेतिया जिले के गौनाहा में सीएम के संभावित दौरे को लेकर तैयारियां जोरो शोरों से जारी है। दोमाठ पंचायत के कैरी गांव को सजाया संवारा जा रहा है। वहां की गलियां और नालियां चकाचक बनाई जा रही हैं। वैसे ललभीतिया, सोफा मंदिर प्रायः दौरे में सीएम को आकर्षित करता रहा है। हालाकि सीएम की 5 जनवरी को संभावित आगमन को लेकर कोई अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है। लेकिन कुछ खास जगहों पर जो तैयारियां चल रही हैं, उससे गांव वालों में उम्मीद भरी चर्चा है। दोमाठ पंचायत के कैरी गांव में लोग इसलिए भी उत्साहित हैं क्योंकि 2013 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन के समय यहां की महिलाएं उनसे जमुनिया में मिली थी और शराबबंदी का अनुरोध किया था। उसके करीब दो साल बाद 1 अप्रैल 2016 को बिहार में शराबबंदी हुई।
मिली जानकारी के अनुसार शराब बंदी के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह करने वाली कैरी की महिलाओं का हाल-चाल जानेंगे। शराबबंदी के प्रभाव के बारे में चर्चा कर सकते हैं। उन महिलाओं में चंद्रकांति देवी, सोमारी देवी और कौशल्या देवी ने बताया कि हमारे लिए सौभाग्य की बात होगी कि मुख्यमंत्री कैरी गांव पहुंचें। डॉ कन्हैया ठाकुर, संजय ठाकुर, सुजीत कुमार बताते हैं कि मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर गांव में उत्साह का माहौल है। क्षेत्र की समस्याओं से रूबरू कराने का मौका मिलेगा। इधर, जीवका समूह भी तैयारियों में लगी हुई है। जीविका के द्वारा निर्मित बैग, अगरबत्ती, हैंड क्राफ्ट की तैयारी की जा रही है।
पदाधिकारी कुछ खुलकर नहीं बोल रहे। लेकिन उनका मानना है कि यदि मुख्यमंत्री का जिले में आगमन हुआ तो थरुहट क्षेत्र में भी उनके दौरे से इनकार नहीं किया जा सकता। कयास यह भी लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री वाल्मीकिनगर से जंगल के रास्ते मंगुराहां के ललभीतिया पहुंचकर आकर्षक सूर्यास्त का दीदार सकते हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले दो बार लालभीतिया का दौरा कर चुके हैं।
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