बिहार के सीएम नीतीश कुमार की समाधान यात्रा अब शुरू हो चुकी है। बढ़ते ठंड में राजद नेता शिवानंद तिवारी को यात्रा स्थगित करने की गुजारिश भी नीतीश कुमार ने दरकिनार कर दी। लेकिन नीतीश सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों को लगता है सीएम के पुराने सलाहकार प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी को दिल से लगा लिया है। प्रशांत किशोर ने कहा था कि समाधान यात्रा के दौरान नीतीश कुमार को विरोध झेलना पड़ सकता है। शायद यही कारण है कि स्थानीय प्रशासन ने नीतीश कुमार की सुरक्षा को ऐसा फुल प्रूफ किया है कि MLA-MLC भी सीएम से दूर हो गए हैं।
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सर्किट हाउस में नहीं मिली किसी को इंट्री
समाधान यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरूवार की दोपहर बगहा से बेतिया पहुंच गए। यहां सर्किट हाउस में सीएम के रहने की व्यवस्था थी। लेकिन सुरक्षा की चाक-चौबंद स्थिति में सभी सीएम से दूर ही रहे। सर्किट हाउस में विधायकों औऱ विधान पार्षदों को भी प्रवेश नहीं मिला। सुबह से ही इंतजार कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं भी बस सर्किट हाउस के बाहर चक्कर काटते दिखे।
घंटों तक आम लोगों का रास्ता रुका
सीएम नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के दौरान बगहा से बेतिया तक चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी। इस रास्ते पर आम लोगों की आवाजाही भी घंटों रुकी रही। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री से मिलने औऱ उनका स्वागत करने पहुंचे सिकटा से माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता को सर्किट हाउस के अंदर जाने नहीं दिया गया। साथ राजद के विधान पार्षद सौरभ कुमार भी सीएम से मिलने पहुंचे लेकिन उनकी गाड़ी को सर्किट हाउस कैंपस में नहीं घुस पाई।