जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मेरे ऊपर जो भी आरोप लग रहे है वह गलत है। उन्हें इन बातों पर आपत्ति है। वही उपेंद्र कुशवाहा सुधाकर सिंह को कोसना कभी नहीं भूलते। इस बार भी उन्होंने सुधाकर सिंह के बयान का विरोध किया। साथ ही 14 जनवरी को दही-चुडा के आयोजन की बात कही, और RJD द्वारा एक शुभ काम करने का इशारा दिया।
लालू की राह पर चलने वाले नीतीश की हर नीति है फेल, BJP का दावा
सुमो को शुभकामनाएं देना सामान्य शिष्टाचार
जैसा कि हम जानते है बिहार में अपने ही सरकार की बगावत करने में सुधाकर सिंह, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा का नाम टॉप पर रहता है। वही अब उपेंद्र कुशवाहा इन आरोपों से खुद को मुक्त करने के लिए तमाम बयान दे रहे है। दरअसल आज यानी शनिवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। उपेंद्र कुशवाहा ने आज पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया। वैसे तो यह कांफ्रेंस दही-चुडा के आयोजन के लिए बुलाई थी। लेकिन इसी के जरिए वह अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई देते नजर आए।
पिछले दिनों ही उपेंद्र कुशवाहा ने भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी को उनके जन्मदिन की शुभकामना दी थी। उनके इस एक्शन के बाद Reaction आना तो लाजमी था। ठीक वैसा ही हुआ। लोग कुशवाहा का नाम BJP से जोड़ने लगे लेकिन अब उपेंद्र कुशवाहा ने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा ये परम्परा है। उन्हें किसी नेता से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि हमारा विरोध भाजपा की विचारधारा से है। ऐसे में जन्मदिन की शुभकामना देने से मैं भाजपा का समर्थक नहीं हो गया।
14 जनवरी के बाद RJD करेगी शुभ काम
अब उपेंद्र कुशवाहा सुधाकर सिंह को कैसे भूल सकते है। उन्होंने इस प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमारे नेता के खिलाफ ऐसा बयान देना बिलकुल गलत है। उन्होंने कहा सुधाकर सिंह के बारे में मैंने स्पष्ट कहा है कि जिस तरह से उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ शब्दो का प्रयोग किया, वह गलत है। नीतीश कुमार हमारे नेता है, उनके बारे में गलत शब्द के प्रयोग से मैं आहत हूं। कुशवाहा ने साथ ही यह भी कहा कि राजद के लोग खरमास में शुभ काम नहीं करना चाह रहे हैं। खरमास खत्म होने का इंतजार कीजिए, उसके बाद सुधाकर सिंह को लेकर शुभ काम हो जायेगा।उपेंद्र कुशवाहा के इस बयान से साफ झलक रहा है कि सुधाकर सिंह को 14 के बाद पार्टी से निकाला जा सकता है।