[Team Insider]: बिहार का सबसे दूसरा बड़ा अस्पताल नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Nalanda Medical College Hospital) के जूनियर एवं सीनियर डॉक्टर मिलाकर कुल 96 डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाया गया है। इतनी भारी मात्रा में एक अस्पताल से चिकित्सकों की कोरोना पॉजिटिव पाया जाने से जहां अस्पताल मे हड़कम्प मचा हुआ है। वहीं चिकित्सकों में संक्रमण की शुरुआत कहां से हुई इसको लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे है। एनएमसीएच (NMCH) के अधीक्षक डॉ० विनोद प्रसाद ने इन कयासों को खारिज किया है।
आईएमए की बैठक में गए सारे डॉक्टर स्वस्थ
पटना में बीते 28 दिसम्बर को आई एम ए की बैठक की गई थी। जिसमें मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री समेत पूरे राज्य के डॉक्टर मौजूद हुए थे। कयास लगाया जा रहा था कि आई एम ए (IMA) की बैठक से ही डॉक्टर लोग संक्रमित हुए हैं। हालांकि एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ० विनोद प्रसाद ने इन कयासों को खारिज करते हुए कहा कि एनएमसीएच के डॉक्टरों का संक्रमित होना और आईएमए की बैठक में कोई तुलना नहीं है।
इसको बैठक से जोड़ना बिल्कुल गलत होगा। उन्होंने बताया कि बैठक में एनएमसीएस से जितने डॉक्टर गए थे, वह सभी पूरी तरह स्वस्थ है। मैं खुद भी वहां गया था लेकिन मुझे कुछ नहीं हुआ है। संक्रमित पाए जाने वाले कोई भी डॉक्टर बैठक में नहीं गए थे। उन्होंने बताया कि मैं शिशु विभाग का विभागाध्यक्ष हूँ। मेरे विभाग में एक सीनियर एवं 5 पीजी डॉक्टर संक्रमित हुए हैं।
वह कोई भी आईएमए की बैठक में नहीं गए थे। डॉ विनोद प्रसाद ने बताया कि संक्रमित पाए गए सभी डॉक्टर और स्टूडेंट होम आइसोलेशन में है, जबकि छह डॉक्टर को कोरोना वार्ड में रखा गया है। हालांकि वह सभी लोग पूरी तरह स्वस्थ है। किसी को पानी चढ़ाने की जरूरत नहीं है।
एनएमसीएच (NMCH) व्यवस्था को लेकर तैयार
एनएमसीएच में कोरोना मरीज के लिए अभी तत्काल एक सौ बेड है, जो पूरी तरह से तैयार है। सभी पर ऑक्सीजन वेंटीलेटर की व्यवस्था की गई है। 100 बेड के लिए 15 दिनों तक के लिए कोरोना से संबंधित दवा भी पूरी तरह उपलब्ध है। अभी कोरोना वार्ड में 8 मरीज हैं ,जो पूरी तरह से स्वास्थ है 2 मरीज बाहर के हैं इसलिए उन्हें वार्ड में रखा गया है। ताकि वह किसी और को संक्रमित ना कर पाए। एनएमसीएच में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए बिना मास्क के अस्पताल में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि आज भी कुछ डॉक्टर और स्टूडेंट कोई सैंपल भेजी गई है शाम तक उसका रिपोर्ट आएगा। कोरोना संक्रमित हुए डॉक्टर को ओमीक्रोन है या नहीं उसकी जांच कराई जा रही है। डॉ० विनोद प्रसाद ने लोगों को नसीहत दिया की कोरोना संक्रमण फैल रहा है, लोग बिना मास्क के नहीं चलें। भीड़भाड़ से बचें। उन्होंने बताया कि ओमीक्रोन से डरने की जरूरत नहीं है। 99.9% ओमीक्रोन के मरीज को कुछ नहीं हुआ है। हल्की सिम्टम्स के बाद ठीक हो जाता है ।