पूरा देश आज गणतंत्र दिवस के जश्न में डूबा हुआ है। वही बिहार वासियों में भी गणतंत्र दिवस को लेकर उत्साह का माहौल है। इन सब के बीच बिहार में सियासत भी गरमाई हुई है। जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, नीतीश कुमार से हिस्सा मांगने की बात को लेकर लगातार जेडीयू नेताओं के निशाने पर बने हुए हैं। इस बात पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। वही अब उनके मंत्रियों ने भी उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है। भवन निर्माण मंत्री आशोक चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा हिस्सेदार नहीं किराएदार हैं।
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JDU को कमजोर कर रहे उपेंद्र कुशवाहा
मंत्री अशोक चौधरी ने जदयू संसदीय बोर्ड के नेता उपेंद्र कुशवाहा को किराएदार बताया है। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू में हिस्सेदार नहीं बल्कि किराएदार की तरह हैं। किराएदार की मर्जी है जब तक चाहे रहे और जहां जाना हो जाए। जेडीयू को खड़ा करने में उपेंद्र कुशवाहा का कोई योगदान नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार के वजह से ही नेता बने हैं, उन्हें इसके लिए नीतीश कुमार को शुक्रिया कहना चाहिए।
नीतीश कुमार ने हमेशा ही उपेंद्र कुशवाहा को सम्मान देने का काम किया है। लेकिन इसके उलट उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू को कमजोर करने का प्रयास कर रहे हैं। मंत्री अशोक चौधरी यहीं नहीं रुके उन्होंने ये भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा को गलतफहमी हो गई है कि वो बड़े नेता है और उनमें वोट शिफ्ट करने की ताकत है। जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। वो एक बात भूल गए की एक समय ऐसा था जब इंदिरा गांधी भी वोट शिफ्ट नहीं करा पाई थीं।
उपेंद्र कुशवाहा की मांग
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को लकेर एक बयान दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा को जहां जाना है जा सकते हैं। इस का जवाब उपेंद्र कुशवाहा ने अपने एक ट्वीट से दिया था। उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों ट्वीट कर नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। साथ ही उन्होंने एक बड़ी मांग भी कर दी थी। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि “बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने…! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले। ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर….?”