भारत में अंग्रेजी शिक्षा को नया मुकाम देने वाले और लाखों युवाओं को कौशल संपन्न कर आत्मनिर्भर करने वाले शिक्षाविद डॉ. बीरबल झा को वर्ष 2023 के ‘शिक्षा शिखर सम्मान’ से पुरस्कृत किया गया। डॉ. झा ने अंग्रेजी शिक्षण-प्रशिक्षण के साथ ही अन्य विधाओं में 30 से अधिक किताबें लिखी हैं। उन्होंने लाखों युवाओं को अंग्रेजी शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार-स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाकर जीवन जीने की कला दी है। यह पुरस्कार डॉ. झा के शिक्षण-प्रशिक्षण, साहित्य रचना, कला-संस्कृति एवं समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए राष्ट्रीय राजधानी के पूर्वी दिल्ली में आयोजित सरस्वती पूजा महोत्सव-सह सम्मान समारोह के दौरान प्रदान किया गया।
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इस अवसर पर डॉ. झा ने कहा कि शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक आवश्यक टूल की तरह है। हम जीवन में शिक्षा के इस टूल का प्रयोग करके कुछ भी अच्छा प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा का उच्च स्तर लोगों को सामाजिक और पारिवारिक आदर और एक अलग पहचान बनाने में मदद करता है। मैं विशेषकर युवाओं से अपील करना चाहता हूं कि शिक्षा से खुद को कौशल संपन्न करके अपने जीवन को सफल बनाने के साथ ही नए भारत के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।
डॉ. झा ने दर्जनों पुस्तकों की रचना कर न केवल साहित्य संवर्धन किया है बल्कि लाखों भारतीय युवाओं के जीवन को संवारने का काम किया है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था ब्रिटिश लिंग्वा के बैनर के तहत भारतीय युवा पीढ़ी को इंग्लिश स्किलिंग, रोजग़ारमूलक एवं जीवन उन्नयन में प्रभावशाली कार्य किया है। इसे देखते हुए इस वर्ष मैथिल यूथ परिषद् ने डॉ. बीरबल झा को शिक्षा शिखर सम्मान से सम्मानित किया।