अफीम की खेती और नशा के कारोबारियों के खिलाफ पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसके बावजूद भी लोग अफीम की खेती करने से बाज नहीं आते हैं। रांची शहर से सटे आस-पास के ग्रामीण इलाकों में भी अफीम की खेती की जाती है। जिसकी सूचना आए दिन पुलिस को मिलती रहती है। वहीं बुंडू अनुमंडल के राहे थाना ओपी क्षेत्र के फुलवार तथा बहराबेड़ा गांव के समीप लगाए गए अवैध अफीम की फसल को नष्ट किया गया। अंचल निरीक्षक सोनाहातु रमेश कुमार के नेतृत्व में राहे ओपी थाना प्रभारी रामरेखा पासवान सहित दर्जनों पुलिस जवानों ने मिलकर 23 एकड़ जमीन में लगे अवैध अफीम के फसल को नष्ट किया।
फरवरी माह में अफीम की फसल हो जाता है तैयार
बता दें कि अनुमंडल क्षेत्र में बुंडू, तमाड़, अड़की, सोनाहातू, राहे क्षेत्र में ग्रामीणों के द्वारा अवैध रूप से अफीम के फसल लगाकर सालाना करोड़ों का कारोबार करते हैं, इस बाबत पुलिस को जानकारी मिलने पर फसल को नष्ट किया जाता है। सुदूरवर्ती क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में चोरी-छिपे अफीम की फसल लगाए जाते हैं। मिली जानकारी के अनुसार फरवरी माह में अफीम की फसल तैयार हो जाता है तथा इसे अफीम निकाला जाता है तथा बाजार में इसे एक लाख से डेढ़ लाख रुपया किलो बेचा जाता है। वहीं अफीम के दाना को भी बड़ी तादाद में कारोबार किया जाता है बताया जाता है कि पोस्ता के कारोबार में बुंडू अनुमंडल क्षेत्र के कई व्यवसायी शामिल है तथा वह इस फसल के बुवाई के लिए किसानों को मोटी राशि भी उपलब्ध कराते हैं। अफीम सहित पोस्ता का कारोबार प्रत्येक वर्ष अनुमंडल क्षेत्र में करोड़ों का व्यापार होता है।