बिहार के शिक्षामंत्री चंद्रशेखर यादव का रामचरितमानस पर दिया बयान अभी भी विवादों में बना हुआ है। उन पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने भावनाओं को आहत किया है। अब यह खुलासा हुआ है कि चंद्रशेखर यादव ने प्लानिंग के साथ रामचरितमानस का विरोध शुरू किया है। उनका कहना है कि रामचरितमानस के कुछ हिस्से पर वार करने यह देश में बहस का मुद्दा बनेगा और इसका लाभ होगा। यह पूरा खुलासा राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के साथ उनके बातचीत में खुलासा हुआ। मोबाइल पर हुई बातचीत को उन्हीं के किसी समर्थक ने रिकॉर्ड कर दिया है।
बातचीत में चंद्रशेखर ने क्या कहा
आप लोग इस तरह से बात को रखिए कि शबरी का बेर राम ने खाया लेकिन शबरी का बेटा जीतन राम मांझी जब मंदिर में गया तो उसे गंगाजल से धोया गया, उस समय धर्मचार्यों ने पुरोहितों का जीभ क्यों नहीं काटा.. रामनाथ कोविंद को पुरी के मंदिर में क्यों नहीं घुसने दिया गया यानी आप हमें अछूत बनाकर रखना चाहते हो और हम से वोट लेना चाहते हो….इस तरह से बोलने से हिंदू लोग नाराज नहीं होंगे क्योंकि आपको भगवान को बचाकर चलना होगा क्योंकि यह हिंदू समाज है… हार्ड लाइन लेंगे तो लोग गुस्सा हो जाएंगे.