बिहार के भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ केन्द्रीय जांच एजेंसियों ने मोर्चा खोल रखा है। लगातार घूसखोर और भ्रष्टाचार में संलिप्त कर्मचारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। इसी कड़ी में नया मामला सामने आया है। CBI की टीम ने घूसखोरी के ममाले में गुवाहाटी में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कार्यालय में कार्यरत सीनियर सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार के ठिकानों पर छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार किया है। बता दें कि इस मामले में इंजीनियर संतोष कुमार सहित 9 और लोग दोषी पाए गए हैं।
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CBI की कार्रवाई
बता दें कि इंजीनियर संतोष कुमार लखीसराय जिला के रामलबिगहा के रहने वाले हैं। CBI की टीम ने संतोष कुमार तीन दिनों के लिए रिमांड पर लेकर अपने साथ दिल्ली लेकर गई है। CBI ने संतोष कुमार के पैतृक आवास पर छापेमारी कर वहां से कई अहम दस्तावेजों को जब्त किया है साथ ही संतोष के परिजनों से भी पूछताछ की गई है। बता दें घूसखोरी के मामले में संतोष कुमार सहित अन्य आरोपियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है। आरोपियों के दिल्ली, हरियाणा, असम, इंफाल समेत 19 ठिकानों पर छापेमारी की गई। CBI ने छापेमारी के दौरान कुल एक करोड़ दो लाख रुपये के कैश भी जब्त किए हैं।
ये है पूरा मामला
दरअसल जांच के बड़ा खुलासा हुआ है। इंजीनियर संतोष कुमार ने मेसर्स त्रिवेणी कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के कर्मचारी कैलाश चंद शर्मा घूस के रूप में करीब 20 लाख रूपया लिया था। जबकि अन्य आरोपियों की घूस के तौर पर 2.35 करोड़ रुपये दिए गए थे। इस घूस के बदले में कैलाश चंद शर्मा की कंपनी का 19 करोड़ रुपये का फर्जी पास किया गया था।