बीते दिन रविवार को बिहार समेत 13 राज्यों में नए राज्यपाल नियुक्त किए गए। बिहार का नया राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बनाया गया। इससे पहले वो हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल थे। जब से उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया है तभी से उनको लेकर खुब चर्चाएं हो रही हैं। वो कौन है? कहां के रहने वाले हैं? उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है? इन सभी सवालों को लेकर लोगों में काफी जिज्ञासा है। इन सब सवालों का जवाब इस खबर में पढ़ने के लिए मिलेगा।
शुरूआती जीवन
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का जन्म 23 अप्रैल 1954 गोवा की राजधानी पणजी में हुआ था। इनकी स्कूली शिक्षा बास्कोडिगामा, पणजी में ही हुई। इन्होंने संत जोसेफ इंस्टीट्यूट से मैट्रिक और एमईएस कालेज से बी.काम किया। अपने शुरूआती दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) से काफी प्रभावित थे। काफी कम उम्र में ही वो RSS से जुड़ गए थे। धीरे-धीरे RSS में संगठन स्तर पर उनकी पदोन्नति होती गई। राजनीति में एंट्री से पहले तक वो RSS के साथ ही जुड़े रहे। वर्ष 1989 में उन्होंने राजनीति में कदम रखने का निर्णय लिया और फिर उसके बाद कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं दिखा।
राजनीतिक सफर
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने वर्ष 1989 में एक सामान्य कार्यकर्त्ता के रूप में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ कर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। गोवा में उन्हें भाजपा के महासचिव होने से लेकर साथ कई अन्य संगठनात्मक जिम्मेदारियां सौंपी गई। उन्होंने गोवा में भाजपा को संगठनात्मक रूप से मजबूत बनने में बड़ी अहम भूमिका निभाई। वर्ष 2002-2007 और फिर 2012 से 2017 तक वो गोवा के वास्को सीट से विधायक रहे। इस दौरान वर्ष 2012 से 2015 तक वो गोवा विधानसभा के अध्यक्ष रहे। वहीं वर्ष 2015 से 2017 तक उन्होंने गोवा के मंत्री के रूप में भी काम किया।
साल 2014 में जब गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर देश के रक्षा मंत्री बने। उस वक्त गोवा की मुख्यमंत्री के रेस में राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का नाम काफी आगे था। हालांकि वो गोवा के मुख्यमंत्री नहीं बन सके। वर्ष 2021 में उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया। वहीं अब उन्हें बिहार का राज्यपल बनाया गया है।