[Team Insider]: झारखंड (Jharkhand) के सिमडेगा (Simdega) जिले के बेसराजरा गांव के युवक को पीट-पीट (youth lynched) कर मार डाला। वह लकड़ियां बेचने के लिए कुछ पेड़ काटने गया था। ग्रामीणों ने दावा किया कि पेड़ पवित्र थे। उन्हें नुकसान पहुंचाना ईशनिंदा था। युवक संजू प्रधान की हत्या के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने उसके शव को आग के हवाले कर दिया।
ग्रामीणों का दावा पेड़ पवित्र थे
गांव के निवासियों ने कहा कि विशेष भूखंड पर पेड़ उनकी धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पवित्र थे। उन्हें काटना प्रतिबंधित है। फिर भी संजू उन्हें काटता था। पेड़ उस जमीन के टुकड़े पर थे जो समुदाय के स्वामित्व में है। ऐसी जमीन पर पेड़ काटना उनकी मान्यताओं के खिलाफ है। ग्रामीणों ने दावा किया कि उन्होंने कई बार वन विभाग से शिकायत की थी। विभाग उनकी दलीलें सुन नहीं पाईं।
घर से खींचकर मारा डाला
दो दिन पहले संजू ने लकड़ी के लिए फिर से कुछ पेड काटे। इससे ग्रामीण और भड़क गए। बैठक के बाद संजू के घर में घुस गई। उसे खींचकर बाहर निकाला। उसकी तब तक पिटाई की जब तक कि उसकी मौत नहीं हो गई। इसके बाद उनके शरीर में आग लगा दी गई।