पटना विश्वविद्यालय का जियोलॉजी विभाग प्लैटिनम जुबिली मना रहा है। इसका मुख्य कार्यक्रम रविवार दिनांक 19 फरवरी 2023 मध्याह्न 12 बजे पटना साइंस कॉलेज परिसर में आयोजित किया जा रहा है। 1946 में स्थापित विभाग के द्वारा अविभाजित बिहार के खनिज अन्वेषण में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। विभाग के शिक्षकगण, शोधार्थी एवं पूर्ववर्ती छात्रों द्वारा भूवैज्ञानिक अनुसन्धान एवं अन्वेषण में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया गया है।
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वर्तमान में भूगर्भशास्त्र विभाग भूमिगत जल के प्रबंधन एवं गुणवत्ता, आपदा प्रबंधन, नदियों के द्वारा किए जा रहे भूवैज्ञानिक कार्य, इत्यादि के अध्ययन में महत्वपूर्ण रूप से सक्रिय है। यहां के छात्र देश की सभी महत्वपूर्ण भूवैज्ञानिक संस्थानों में अपना योगदान दे रहे हैं। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, केंद्रीय भूमिजल आयोग, ओएनजीसी, कोल इंडिया लिमिटेड, एएमडी, राज्य खान एवं भूतत्व विभाग में अपनी विशिष्ट भागीदारी निभा रहे हैं। यहां के छात्र प्रशासनिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, सामाजिक, उद्यमिता आदि क्षेत्रों में विभाग का परचम लहरा रहे हैं।
प्लैटिनम जुबिली का शुभारंभ अगस्त 2021 में ऑनलाइन माध्यम से किया गया। कोविड महामारी के कारण कई महत्वपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक व्याख्यान श्रृंखला ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए गए। व्याख्यान श्रृंखला में देश के प्रतिष्ठित भूवैज्ञानिकों के साथ जर्मनी एवं अमेरिका के भी भूवैज्ञानिकों ने अपनी प्रस्तुति दी। प्लैटिनम जुबिली के मुख्य कार्यक्रम में विभाग के द्वारा यादगार स्मारिका, पूर्ववर्ती छात्रों की निदेशिका एवं डाक-तार विभाग द्वारा विभाग के पचहत्तर वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष आवरण जारी किया जाएगा।
आयोजित होने वाले कार्यक्रम में विभाग के पूर्व अध्यक्षगण प्रो आर ए महतो, प्रो श्री नारायण सिन्हा, प्रो निर्भय कुमार सिंह, प्रो विजय शंकर दूबे, प्रो एम एन सिन्हा, प्रो बसन्त कुमार मिश्रा एवं प्रो रमेश शुक्ला को सम्मानित किया जाएगा। अध्यक्ष प्रो अतुल आदित्य पांडेय ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो गिरीश कुमार चौधरी करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में विभाग के पूर्व शिक्षक एवं पूर्व सांसद डॉ रंजन प्रसाद यादव उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक एवं पूर्व विधान पार्षद प्रो रणवीर नंदन ने बताया कि भूगर्भशास्त्र विभाग का राज्य के आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्राकृतिक संसाधन एवं खनिज अन्वेषण तथा आपदा प्रबंधन में विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से विद्यार्थियों के लिए आयोजित प्रतियोगिताओं के परिणाम की घोषणा होगी और उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। पटना विश्वविद्यालय के पूर्ववर्ती छात्रों एवं अध्ययनरत वर्तमान छात्रों के द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।