बिहार में मुख्यमंत्री पद पर कौन रहेगा और कौन आएगा, इसी के बीच में सारी लड़ाई झूल रही है। सीएम की कुर्सी पर बैठे तो नीतीश कुमार, लेकिन कुछ नेता उन्हें जल्दी उतारने की इच्छा से आगे बढ़ रहे हैं। तो कुछ की आकांक्षा ये है कि नीतीश कुमार अभी बने रहे। जो नीतीश कुमार को हटाना चाहते हैं, उसमें राजद के नेताओं की ख्वाहिश है कि तेजस्वी यादव अगले सीएम बन जाएं। लेकिन तेजस्वी यादव हैं कि आगे बढ़ नहीं रहे हैं। राजद में जब भी कुछ होता है, हवा चलने लगती है कि अब नीतीश कुमार को हटाने का कार्यक्रम चलेगा।
तेजस्वी की ताजपोशी : भाई वीरेंद्र का दावा – तेजस्वी यादव बनेंगे मुख्यमंत्री, तय है
विधायक विजय मंडल ने तो अपनी ओर से यहां तक कह दिया कि होली भर की देर है। उसके बाद नीतीश जी ही तेजस्वी यादव को सीएम बना देंगे। लेकिन तेजस्वी यादव ने अभी एक ऐसा ब्रह्मास्त्र चला है कि उन्हें हटाने को बेचैन भाजपा और जदयू दोनों का इलाज हो गया है।
“सीएम बनने की नहीं है जल्दी”
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अब स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें प्रमोशन पाने की जल्दी नहीं है। बुधवार को उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनने की कोई जल्दी नहीं है। अब तेजस्वी यादव के बयान के बाद इसके अलग अलग सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। तेजस्वी यादव के इस बयान से वो हड़बड़ी बंद हो जाएगी, जो उन्हें ‘कल’ ही सीएम के कुर्सी पर देखना चाहती है। उन आशंकाओं को भी तेजस्वी ने इस बयान से दूर करने की कोशिश की है, जिसमें यह आशंका होती है कि तेजस्वी तख्ता पलट कर देंगे। साथ ही उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा के नेताओं को भी तेजस्वी ने जवाब दे दिया है कि महागठबंधन के समन्वय में कहीं कमी नहीं है और नीतीश कुमार के नेतृत्व से कोई परेशानी नहीं है। लेकिन इन अच्छी अच्छी बातों के बीच तेजस्वी के इस तीर ने कई और निशाने साधे हैं।
बेहतर भविष्य के लिए मास्टर स्ट्रोक
वैसे तो तेजस्वी यादव द्वारा सीएम बनने की हड़बड़ी नहीं दिखाना, उनके गठबंधन के लिए शुभ संकेत है। लेकिन इसके पीछे एक मास्टर स्ट्रोक भी छुपा हुआ है। विरोधियों को जवाब देने के साथ तेजस्वी ने इसी बयान से अपने बेहतर भविष्य के लिए रोडमैप भी तैयार करने की कोशिश शुरू की है। दरअसल, नीतीश कुमार का यह कार्यकाल लगातार विवादों में है। कभी शराब कांड, कभी जातीय हिंसा, तो बेलगाम अफसरशाही तो कभी लॉ एंड ऑर्डर की खराब स्थिति, सभी समस्याएं एक साथ खड़ी दिख रही हैं। तेजस्वी के बयान के पीछे यह मंशा भी बताई जा रही है कि अभी अगर वे सीएम बन जाएंगे, तो ये समस्याएं सीधे उनके फेस पर ट्रांसफर हो जाएंगी। लेकिन बेहतर हालात वाली स्थिति में जब तेजस्वी टेकओवर करेंगे तो उन्हें समस्या नहीं होगी।