नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू के लिए समय ठीक नहीं चला रहा है। पिछले महीने ही उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू से इस्तीफा देकर एक नया दल बनाया था। जिससे जदयू को एक बड़ा झटका लगा था। वहीं अब एक नेत्री ने जदयू का दामन छोड़ दिया है। ये नेत्री कोई और नहीं बल्कि जदयू की पूर्व सांसद मीना सिंह हैं। आज उन्होंने अपना इस्तीफा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को भेज दिया है।
बिक्रमगंज और आरा से रही सांसद
पूर्व सांसद मीना देवी ने जदयू से इस्तिफा दे दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि वो भाजपा ज्वाइन कर सकती हैं। बता दें कि दो बार जदयू के टिकट पर सांसद बन चुकी हैं। दरअसल मीना देवी के पति बिक्रमगंज के सांसद हुआ करते थे। सड़क दुर्घटना में उनकी मृत्यु के बाद साल 2008 में बिक्रमगंज में उपचुनाव हुआ। जिसमें जदयू ने मीना देवी को टिकट दिया। पहली बार चुनाव मैदान में उतरी मीना देवी ने सहानुभूति की लहर में जीत हासिल कर ली। वहीं 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जदयू के ताकत पर आरा से सांसद चुनी गई। हालंकि साल 2014 और 2019 में उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा।
‘विलुप्त हो रही JDU’
मीना सिंह ने इस्तीफे की जानकर प्रेस कांफ्रेन्स कर दी। उन्होंने ने भी वही सब आरोप मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगाया जो उपेंद्र कुशवाहा ने लगाया था। मीना सिंह ने कहा कि मैं जदयू से कभी जुदा नहीं होना चाहती थी लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जंगलराज के युवराज को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है। मतलब बिहार को जंगलराज के दौर में ले जाने की तैयारी है। ऐसे में मेरा जदयू के साथ रहना मुमकिन नहीं है। नीतीश अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को भुल गए हैं और पार्टी को विलुप्त करने में लग गए हैं। बिहार में जब से महागठबंधन की सरकार बनी है अपराध में बढ़ोतरी हुई है, खास वर्ग को टारगेट किया जा रहा है। लेकिन नीतीश कुमार को कोई फर्क नहीं पड़ता है ,आने वाले समय में हमारे आरा से 90%समर्थक जेडीयू छोड़ देंगे।