एक वक्त था जब लालू आवास की होली पूरे देश में चर्चा का विषय बनती थी। लालू खुद फगुआ गाते थे। ढ़ोल-मंजीरे लेकर बैठते थे। उनकी कुर्ता फाड़ होली के दीवाने कई थे। लेकिन इस बार की लालू-राबड़ी आवास में CBI की इंट्री ने रंगीन होली के पहले ही भंग डाल दिया है। दरअसल, लैंड फॉर जॉब स्कैम में राबड़ी आवास पर CBI की टीम पहुंची है। टीम के अंदर पहुंचते ही राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। राबड़ी आवास के बाहर धरना चल रहा है। तो इस हंगामे से विधानसभा भी अछूती नहीं है।
लालू-राबड़ी के समर्थन में उतरे RJD कार्यकर्ता, केंद्र पर लगाए षड्यंत्र का आरोप
कोर्ट ने जारी किया है समन
सीबीआई ने जिस मामले में राबड़ी आवास पर दबिश दी है, उसमें कोर्ट ने समन जारी किया हुआ है। चार्जशीट के अनुसार लालू यादव के अलावा पूर्व सीएम राबड़ी देवी और 14 अन्य आरोपी हैं। 15 मार्च को लालू-राबड़ी और मीसा भारती को कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है।
तेजस्वी के विधानसभा निकलते ही सीबीआई ने राबड़ी आवास पर दे दी धमक
दफ्तर नहीं जाना पड़ा राबड़ी को
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सोमवार को सीबीआई की कार्रवाई रेड नहीं है। यह पूछताछ है, जो पहले सीबीआई के दफ्तर में होनी थी। लेकिन बाद में सीबीआई की ओर राबड़ी देवी को दफ्तर आने से छूट दे दी गई। सीबीआई की टीम ही राबड़ी आवास पर पहुंच गई।
बढ़ी लालू परिवार की मुश्किलें, राबड़ी आवास पर CBI की रेड
BJP ने झाड़ा पल्ला
राबड़ी आवास पर सीबीआई की इंट्री से भाजपा ने पल्ला झाड़ लिया है। पूर्व डिप्टी CM रेणु देवी ने कहा- “CBI सरकारी संस्था है वो अपना काम करेगी। अगर कुछ होगा तो निकलेगा,नहीं होगा तो नहीं निकलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि ये सब BJP के इशारे पर नहीं होता है।” जबकि राजद के विधायक मुकेश रौशन ने तो CBI और BJP पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सीबीआई तो भाजपा का तोता है। बदले की भावना से लालू परिवार को तंग करती है।
रोहिणी ने कहा कि Welcome Back
वहीं, सिंगापुर में रहने वाली लालू यादव की बेटी रोहणी आचार्य ने इस मामले में ट्वीट कर चुटकी ली है। रोहिणी ने लिखा है कि ‘Welcome back कल फिर आना’। रोहिणी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। एक ट्वीट में रोहिणी ने लिखा है कि “छापे के बदले सत्ता पाने का इनके इरादे को धूल में मिलाना है अस्मत चोरों की टोली को कुछ ऐसा सबक सिखाना है।” जबकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अपने विपक्षी दलों को सरकारी संस्थाओं का दुरुपयोग काम नहीं करने देना चाहती। यह गलत परंपरा है।