पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भड़की हुईं हैं। उनका गुस्सा राज्य के खाली खजाने को लेकर है। लेकिन ममता अपना गुस्सा विधानसभा में राज्य के कर्मचारियों पर उतार रही हैं। बंगाल सरकार के कर्मचारी केंद्र सरकार के बराबर महंगाई भत्ता देने की मांग कर रहे हैं। लगातार प्रदर्शन चल रहा है। लेकिन ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया है कि राज्य सरकार के पास अब कोई फंड नहीं है। कर्मचारियों को अधिक पैसे नहीं दिए जा सकते। ममता बनर्जी महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी की डिमांड पर ऐसे भड़कीं कि उन्होंने यहां तक कह दिया “अगर प्रदर्शन करने वाले कर्मचारी उनका सिर भी काट दें, तब भी सरकार उन्हें अधिक DA नहीं दे सकती।”
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6 प्रतिशत DA बढ़ाने की मांग
बंगाल सरकार के कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें भी केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर DA का भुगतान किया जाए। लेकिन ममता बनर्जी का कहना है कि “राज्य में तृणमूल कांग्रेस सरकार पहले से ही अपने कर्मचारियों को 105 प्रतिशत डीए दे रही है।” ममता सरकार ने इस बार बजट में कर्मचारियों के DA को 3 प्रतिशत बढ़ाने का ऐलान किया है। इसको लेकर अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। लेकिन कर्मचारी इस बढ़ोतरी से खुश नहीं है। कर्मचारियों की नाखुशी के कारण सीएम ममता बनर्जी विधानसभा में जमकर भड़कीं।
कर्मचारी कितना चाहते हैं? आपको कितने से संतुष्टि मिलेगी? मेरा सिर काट दें…उससे आप संतुष्ट हो जाएंगे? यदि आप मुझे पसंद नहीं करते हैं, तो मेरा सिर काट दें। लेकिन सरकार आपको और नहीं दे पाएगी।”
ममता बनर्जी, सीएम, पश्चिम बंगाल
कर्मचारियों को गिनाए ममता ने ‘अहसान’
कर्मचारियों की मांग पर ममता बनर्जी ने अपनी सरकार के उन ‘अहसानों’ की फेहरिस्त गिना दी, जो राज्यकर्मियों को मिले हैं। ममता बनर्जी ने दाना किया कि यूपी, त्रिपुरा जैसे भाजपा शासित प्रदेशों में तो रिटायर हुए कर्मचारियों को पेंशन भी नहीं मिल रही है। लेकिन पश्चिम बंगाल में दी जा रही है। बंगाल में सरकारी कर्मचारियों को श्रीलंका, बांग्लादेश, थाईलैंड जाने का मौका दिया गया है। साथ ही ममता बनर्जी ने यह भी कह दिया कि “डीए देना अनिवार्य नहीं है। केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों के वेतनमान अलग-अलग हैं। राज्य सरकार के कर्मचारियों को अधिक छुट्टियां मिलती हैं। ज्यादा छुट्टियां लेने और ज्यादा डीए मांगने से काम नहीं चलेगा।”
केंद्र सरकार पर भी भड़कीं सीएम
सीएम राज्य की खराब वित्तीय स्थिति को लेकर केंद्र सरकार से भी नाराज हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जितना संभव हो उतना दे रही है। राज्य सरकार के पास RBI नहीं है। हमें अभी तक केंद्र से एक लाख करोड़ रुपए भी नहीं मिले हैं। पैसा आसमान से नहीं गिरेगा।