बिहार की शराबबंदी गाहे-बगाहे नेताओं को रास नहीं आती। सीएम नीतीश कुमार इसे जितनी शिद्दत से लागू करने का प्रयास करते हैं। उनके प्रयासों की हवा निकालने को कई नेता आतुर दिखते हैं। इन्हीं में एक हैं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस। केंद्रीय मंत्री की डिमांड है कि बिहार में दारु-ताड़ी फ्री हो जाए। यानि बिना रोक टोक बिके। पशुपति कुमार पारस राज्य में शराबबंदी को लेकर प्रशासन और सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
“थानों से बिकत है शराब”
केंद्रीय मंत्री का कहना है कि सरकार को बिहार में दारू और ताड़ी पर प्रतिबंध नहीं रखना चाहिए। क्योंकि यह व्यवस्था सरकार और प्रशासन से संभल नहीं रही है। 1000 बोतल पकड़े जाते हैं तो 500 ही जमा किया जाता है। बाकि को थाना से ही बेच दिया जाता है।
“पासी समाज को आर्थिक संकट”
वहीं केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि “ताड़ी बेचना पासी समाज का मौलिक अधिकार है। इसे अपराध की श्रेणी में ना रखा जाए इसे भी फ्री कर दिया जाए। ताड़ी पर बैन होने की वजह से पासी समाज आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उनके बच्चों के पढ़ाई लिखाई भी ठीक से नहीं हो पा रही है।” बिहार सरकार के शराबबंदी अभियान पर हमला करने के बाद पशुपति कुमार पारस ने कहा कि शराबबंदी के पक्ष में हम भी हैं। लेकिन यहां की व्यवस्था गलत है। राज्य सरकार व्यवस्था को संभाल नहीं पा रही है। बिहार में सब जगह शराब मिलता है। यह कमाई का धंधा हो गया है। बिहार सरकार शराबबंदी लागू करने में 100 प्रतिशत फेल है।