रांची : राज्य के संगठित अपराध पर किस तरह की कार्रवाई की जा रही है। इसे लेकर एक अहम बैठक झारखंड पुलिस मुख्यालय मे आयोजित की गई। खास तौर से इस बैठक में संगठित आपराधिक गिरोह के वैसे अपराधी जो वर्तमान मे जेल के अंदर और बाहर है उन्हें लेकर कि गई। उनकी गतिविधि क्या है इसकी पूरी रिपोर्ट डीजीपी के समक्ष रखी गई।
आपराधिक गिरोहों के ख़िलाफ़ रणनीति बनाई गई
इस बैठक में संगठित आपराधिक गिरोहों के ख़िलाफ़ रणनीति तो बनी। वही इसके साथ ही लूट, छिनतई, डकैती ,हत्या और रंगदारी जैसे मामलों को लेकर भी पुलिस मुख्यालय के द्वारा एक्शन प्लान दिया ग़या।साथ ही NDPS के मामले जैसे अवैध शराब, अफीम, ब्राउन शुगर के साथ साथ नशे की तस्करी करने वाले गिरोहों और लोगों के ख़िलाफ़ भी सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया ग़या है। मामले की जानकारी देते हुए आईजी अभियान अमोल विणुकांत होमकर ने कहा कि राज्य मे वैसे अपराध जिससे कानून व्यवस्था प्रभावित हुई उसे लेकर खास चर्चा की गई।
वहीं उन्होंने बताया कि राज्यों भर मे कुर्की ज़ब्ती, पेंडिंग वॉरंट,और पेंडिंग केसेज को लेकर भी गहन मंथन किया गया है। साथ ही अपराध के हॉट स्पॉट फिर चाहे वो ट्रेडिशनल अपराध हो या फिर NDPS या फिर साइबर से संबंधित इसकी विशेष रिपोर्ट तैयार कर प्रेजेंटेशन दिया गया और संबंधित जिलों को इसे लेकर दिशा निर्देश भी दिए गए है।
पुलिस मुख्यालय अपराधियों घटनाओ पर नकेल कसने को लेकर गंभीर
बहरहाल झारखंड पुलिस मुख्यालय अपराधियों की घटनाओ पर नकेल कसने को लेकर लगातार गंभीर है। खास तौर से संगठित अपराध को लेकर पुलिस ने जहां उनके हथियारों के सप्लाई चेन को डिकोड किया। इसके साथ ही ऐसे गिरोहों के आर्थिक तंत्र पर भी चोट की गई है। बाबजूद इसके संगठित आपराधिक गिरोह अब भी झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने है। जिसे कुचलने को लेकर पुलिस मुख्यालय नए सिरे से रणनीतियो को तैयार कर रही है।