जमशेदपुर: शहर और आसपास के इलाकों में बेजुबान पशु पक्षियों को कैद कर खरीद- बिक्री करने पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर हिंदू पीठ जमशेदपुर प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त विजया जाधव से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा।
झारखंड की गरिमा वनों में रहने वाले जीव- जंतु है
हिंदू पीठ जमशेदपुर की महिला इकाई की अध्यक्ष कुमकुम सिंह ने बताया कि हमारे प्रदेश झारखंड की गरिमा हमारे वनों और वनों में रहने वाले जीव- जंतु पशु- पक्षियों से है। नागरिक और सरकार भी वन संपदा और बेजुबान पशु- पक्षियों की रक्षा करने को हमेशा सजग है। लेकिन हमारे जिले के कई जगहों पर पक्षियों को कैद कर बिक्री करने की घटनाएं खुलेआम देखने को मिल रही है। उदाहरण के लिए साकची मिनी बस स्टैंड के समीप कई दुकानों में बेजुबान पशु- पक्षियों की खरीद बिक्री लंबे समय से हो रही है।
आजादी छिनना कदापि उचित नहीं
उन्होंने बताया कि पक्षी स्वच्छंद होकर विचरण करते ही अच्छे लगते हैं। उनकी आजादी छिनना मानवता के नजरिए से भी कदापि उचित नहीं है। सूचना के अनुसार भारत सरकार के एनिमल वेलफेयर बोर्ड ने राज्यों को पत्र लिखकर पशु- पक्षियों को कैद करने वाले और अवैध कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था। प्रीवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल्स एक्ट 1960 का हवाला देते हुए उन्होंने वैसे कारोबारियों पर नकेल कसने की मांग की है। इस मौके पर हिंदू पीठ जमशेदपुर के अध्यक्ष अरुण सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।