बिहार रामनवमी के जुलूस के बाद से हिंसा की आग में जल रहा है। बिहार शरीफ, नालंदा और सासाराम में इसका सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। इन जगहों पर हुई हिंसा में कुछ लोगों को जान भी गवानी पड़ी है। स्थिति ऐसी है कि इन जगहों अभी भी इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है। इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अब अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को अपने निशाने पर लिया।
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“2 लोग कर रहे साजिश“
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोगों द्वारा जानबूझ कर गड़बड़ किया गया है, जिससे इस तरह के हालात बने। हालात को काबू करने के लिए मुस्तैदी से काम किया गया है। जांच कराई जा रही है जल्द ही पता चल जाएगा कि घटना के पीछे कौन लोग हैं। उन्होंने कहा कि अब सभी जगह स्थिति सामान्य हो गई है। प्रशासन कहीं भी असफल नहीं रहा बल्कि मुस्तैदी से काम किया है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से दुष्प्रचार किया है। उन्होंने कहा कि दो लोग हैं, एक राज कर रहा है और दूसरा उसका एजेंट है। यही दोनों मिलकर ये सब करा रहा है।
नीतीश के निशाने पर अमित शाह
अमित शाह के नवादा में दिए गए भाषण पर भी नीतीश कुमार ने अपनी प्रतिक्रिया दी। राज्यपाल से बात करने को लेकर उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा हो रहा है कि गृहमंत्री, राज्यपाल से बात करते हैं मुख्यमंत्री से नहीं करते। वहीं नीतीश कुमार के लिए भाजपा का दरवाजा बंद है वाले अमित शाह के बयान पर भी नीतीश कुमार जमकर बोले। उन्होंने कहा कि भाजपा को याद रखना चाहिए कि मेरे साथ रहकर उनको राजनीति में कितना फायदा मिला यह उन्हें भूलना नहीं चाहिए। साथ ही सासाराम का जिक्र करते हुए कहा कि वहां एक लोग को जाना था और वहां हिंसा हुई।
ओवैसी पर भड़के नीतीश
बिहार में हुई हिंसा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने भी नीतीश कुमार को जमकर खरी-खोंटी सुनाई थी। जिसे लेकर नीतीश कुमार ओवैसी पर भड़के हुए दिखे। उन्होंने ओवैसी को केंद्र सरकार का एजेंट बताया। उन्होंने कहा कि ओवैसी की बातें काफी खबर छपती है जबकि कई ऐसे बड़े नेताओं की भी नहीं छपती है। ओवैसी भाजपा के खास है इसलिए हमलोग के खिलाफ जानबूझकर बोलते रहते हैं। वो जब बिहार आए थे तो मुझसे मिलना चाहते थे लेकिन मैंने माना कर दिया था।