बिहार विधान परिषद चुनाव का पाचवां परिणाम भी घोषित हो गया है। गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा अपना किला बचाने में कामयाब रही। भाजपा के पांच बार से एमएलसी रहे अवधेश नारायण सिंह ने कांटे की टक्कर में महागठबंधन प्रत्याशी पुनीत कुमार को शिकस्त दी है। बता दें कि पुनीत कुमार राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और राजद के चर्चित विधायक सुधाकर सिंह के भाई हैं। उन्होंने पांच बार एमएलसी रहे अवधेश नारायण सिंह को कड़ी टक्कर दी लेकिन जीतने में कामयाब नहीं हुए।
विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं अवधेश नारायण सिंह
बता दें कि अवधेश नारायण सिंह दो बार विधान परिषद के सभापति रह चुके हैं। छठी बार वो चुनावी मैदान में उतरे थे। साल 1993 में पहली बार अवधेश नारायण सिंह ने विधान परिषद का चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। दूसरी बार जब उन्होंने जीत हासिल की तो दूसरे प्रत्याशियों की ज़मानत तक जब्त हो गयी थी। बिहार का बंटवारा होने के बाद गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से लड़े और जीते। इस बार की जीत से वो छठी बार एमएलसी बने हैं। विधान परिषद के सभापति के रूप में किए गए कार्यों के लिए भी उन्हें याद किया जाता है। जिसमें विधान परिषद का डिजिटलीकरण करने और जनप्रतिनिधियों के सवाल का जवाब ऑन लाइन मिलना शामिल है।