[Tram Insider] रांची पुलिस खुद के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर ज्यादा भरोसा करती है।इसके पीछे की खास वजह है कि कोरोना संक्रमण के दोनों लहर में जितने भी पुलिसकर्मी इस क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहे हैं, वह स्वस्थ होकर वापस लौटे हैं।
700 पुलिसकर्मी हो चुके हैं स्वस्थ
दरअसल राजधानी रांची के कूटे इलाके में स्थित विस्थापित कॉलोनी इनदिनों पुलिस के क्वारेन्टीन सेंटर के रूप में जाना जाता है। इस क्वारेन्टीन सेंटर में अबतक 700 सौ के लगभग पुलिस कर्मी कोरोना के पहली और दूसरी लहर में संक्रमित होने के बाद रह चुके हैं। खास बात यह है कि यहां क्वॉरेंटाइन होने वाले पुलिसकर्मी स्वस्थ होकर अपने घर वापस गए है।
कुटे स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पुलिस को ज्यादा भरोसा
ऐसे में एक बार फिर जिस तरह से कोरोना संक्रमण अपने पांव पसार रहा है। इसको लेकर फिर से कुटे स्थित पुलिस के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर भरोसा जताया गया है।इस लिए एक बार फिर इस विस्थापित कॉलोनी में क्वारेन्टीन सेंटर बनाया जा रहा है। इस बार शुरुआती दौर में 50 बेड की व्यवस्था की जा रही है। वही इसके लिए 50 जम्बो ऑक्सिजन सिलिंडर भी लाए गए है। वही डॉक्टरों की भी प्रतिनियुक्ति किया जा रहा है। इसके साथ ही पुलिसकर्मी ही नर्स की भूमिका में रहेंगे। जिन्हें पिछली बार इसकी जिम्मेवारी दी गई थी। वो इस बार भी अपना योगदान देंगे।
जवानों को मिलेगी सुविधा
इसकी जानकारी देते हुए जिले के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि संक्रमण के बढते ग्राफ और पुलिसकर्मियों के संक्रमित होने के कारण ये निर्णय लिया गया है। ताकि किसी भी पुलिस जवान को परेशानी का सामना न करना पड़े। क्वारेन्टीन सेंटर में मेस की भी व्यवस्था है। जिसमे जवानो को पौष्टिक भोजन मिलता है। इस क्वारेन्टीन सेण्टर में हल्के लक्षण वाले संक्रमित जवानों को रखा जाएगा।