[Team Insider] झारखंड के दुमका में बैठा हुआ कोई बहुत कम पढ़ा लिखा युवक साल के एक करोड़ रुपये से अधिक की नौकरी-काम पा सकता है। तब आप सोच में पड़ जायेंगे। कोरोना के आर्थिक मार के बीच जब देश विदेश की बड़ी बड़ी कंपनियों में काम करने वालों की नौकरी पर संकट है। ऐसे में एक करोड़ रुपये से अधिक का सालाना, वास्तव में हैरत में डालने वाला है। मगर यह पारिश्रमिक मिल रही है साइबर अपराधियों को। दुमका में जब तीन साइबर अपराधी पकड़े गये तब यह खुलासा हुआ। जबकि रेड के दौरान चार-पांच साइबर अपराधी भाग निकले।
गुमरो पहाड़ी से तीन साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी
दुमका पुलिस ने पर्यटकों के लिए आकषर्ण का केंद्र गुमरो पहाड़ी से तीन साइबर अपराधियों को पकड़ा। जिनमें दो देवघर और एक दुमका का था। पकड़े गये अपराधियों से पूछताछ के बाद दुमका के डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार ने मीडिया को बताया कि साइबर फ्रॉड का सरगना इन अपराधियों को 35 हजार,15 हजार और 10 हजार रुपये दैनिक पारिश्रमिक देता है। 35 हजार दैनिक यानी साल के करीब सवा करोड़ रुपये। लैपटॉप ऑपरेट करने वाले को दैनिक 35 हजार रुपये,महिला की आवाज में कस्टमर केयर का कर्मी बनकर शिकार बनाने वाले को 15 हजार रुपये और पैसा आते ही दूसरे खाते में ट्रांसफर करने वाले को 10 हजार रुपये दिये जाते हैं।
महिला की आवाज निकलने के लिए एप की मदद
डीएसपी विजय कुमार के अनुसार महिला की आवाज निकलने के लिए एप की मदद लेते हैं और पैसा खाते में आते ही चार-पांच सेकेंड में दूसरे खाते में डाल दिया जाता है। पकड़े गये तीन लोगों में राकेश मंडल और पंकज देवघर का और मानिक चंद्र दुमका जिला का रहने वाला है।
कम पढ़ा लिखा मगर लैपटॉप चलाने में माहिर
35 हजार रुपये दैनिक पाने वाला राकेश मंडल बहुत कम पढ़ा लिखा है। मगर लैपटॉप चलाने में माहिर है। राकेश ही वेबसाइट और पोर्टल पर कस्टमर केयर के बदले अपना मोबाइल नंबर फीड कर देता था। जब कोई कस्टमर केयर पर डायल करता है,तो बात साइबर ठगों से होती है। एटीएम ब्लॉक होने, केवाइसी या लाइफ सर्टिफिकेट के लिए 15 हजार रुपये दैनिक पाने वाला पंकज महिला की आवाज में बात करता था और मानिक खाते में आये पैसे को दूसरे खाते में ट्रांसफर कर देता था।
साइबर ठगों का गढ़
जामताड़ा, देवघर, साहिबगंज, दुमका, पाकुड़ साइबर ठगों का गढ़ बन गया है। देश में ख्यात है। ऐसे में अनुमान ही लगाया जा सकता है कि कितने लोग इनके शिकार होते होंगे और मास्टर माइंड खुद कितना कमाता होगा।
122 कीमती मोबाइल के साथ कई लोग गिरफ्तार
जहां तक पैकेज पर अपराध का मामला है, तो दिसंबर 2020 के अंत में तीन पहाड़ में पुलिस ने 122 कीमती मोबाइल के साथ कई लोगों को पकड़ा था। तब जाहिर हुआ कि साहिबगंज-तीनपहाड़ का मोबाइल चोर गैंग पूरे देश में फैला हुआ है और ऑपरेटर बच्चों में पांच से दस लाख रुपये सालाना का ऑफर देकर गिरोह में शामिल करते हैं। इसके लिए बच्चों के अभिभावकों से विधिवत लिखित एग्रीमेंट करते हैं। उन चोरी के मोबाइलों को बंगलादेश भेजने की तैयारी थी।
फेसबुक पर एक दिलचस्प पोस्ट वायरल
अब 2021 के मार्च महीने की ही बात करें,तो फेसबुक पर एक दिलचस्प पोस्ट वायरल हुआ। माओवादी दस्ते में शामिल होने के लिए एक लाख रुपये मासिक का ऑफर था। पलामू के माओवादी सब जोनल कमांडर सुभाष राज नाम के व्यक्ति ने यह ऑफर निकाला था। संपर्क के लिए फोन नंबर जारी किया है 97035527..1 और 97916114..6, सुबास जी सब जोनल कमांडर पलामू।