मोतिहारी में जहरीली शराब से होनेवाली मौतों की संख्या बढ़कर 34 पहुंच चुकी है और अब भी कई लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी मौतें पिछले 3 दिनों में हुई है। इसमें तुरकौलिया, रघुनाथपुर, हरसिद्धि, पहाड़पुर और सुगौली के लोगों की मौत हुई है। हालांकि, प्रशासन इस मामले को लेकर काफी सख्त नजर आ रही है। इस मामले में एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने 5 थाने के एसएचओ, एक एसआई, एक एएसआई और 9 चौकीदार को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही शराब तस्करी से जुड़े 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पीड़ित परिवारों से मिले नेता प्रतिपक्ष
मोतीहारी में जहरीली शराब से कई लोगों की जान जा चुकी है। इसके बाद बिहार की सियासत एक बार फिर शराबबंदी कानून की विफलता को लेकर गरमाई है। विपक्ष के नेता बिहार सरकार पर कई तरह के सवाल खड़ा कर रहे है। इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा मोतिहारी पहुंचे। उनके साथ पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व स्थानीय सांसद राधामोहन सिंह भी मौजूद थे। सभी ने उस पीड़ित परिवार से मिल कर हाल जाना, जिनके घर के लोगों कि मौत जहरीली शराब से हो गई है। साथ ही सदर अस्पताल में पहुच कर मरीजो से भी मिल कर उनका हाल जाना।
पीड़ित परिवारों मुआवजा दे सरकार
मीडिया को संबोधित करते हुए राधामोहन सिंह ने कहा यह मौत नहीं बल्कि हत्या है और इसके जिम्मेवार नीतीश कुमार हैं। नीतीश कुमार के माथे पर कलंक लग गया है। इस सरकारी नरसंहार में जान गंवाए लोगों के परिवार को अगर मुआवजा नहीं मिलता है तो आगामी 18 अप्रैल को बीजेपी धारणा देगी और मुआवजा के लिए सरकार को बाध्य कर दिया जाएगा। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि भले ही कानून सर्व सम्मति से पारित हुआ है पर उस समय भी मैंने कहा था कि यहां कानून सफल नहीं होगा। क्योंकि सदन में राजद व जदयू के लोग भले ही कसम खाये हो पर बाहर में इन लोगों की संलिप्तता की वजह से इस तरह का नरसंहार हो रहा है।