मोतिहारी में जहरीली शराब पीने की वजह से मरने वालों की संख्या 30 पर कर गई है। मृतकों के परिवार में मातम पसरा हुआ है। किसी ने अपना पिता खोया है तो किसी ने अपना भाई। इतना ही नहीं, मौत के इस तांडव में कई ने अपने घर का एक मात्र कमाने वाला भी खो दिया है। अब इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जिन लोगों की मौत हुई है उन लोगों ने मिथाइल अल्कोहल से बनी शराब पी थी। जिस बात की जानकारी उन्हें नहीं थी। माफियाओं ने इस केमिकल को उत्तर प्रदेश से मंगवाया गया था। जिससे जहरीली शराब बना दी। इस बात की पुष्टि बिहार पुलिस मुख्यालय ने किया है।
एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद स्थिति होगी स्पष्ट
सीआईडी के एडीजी जितेंद्र कुमार मीडिया से बात की। इनके अनुसार, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि मिथाइल अल्कोहल का प्रयोग शराब बनाने में हुआ था। इसे बिहार के बाहर (उत्तर प्रदेश) से मंगाया गया था। हालांकि, जिस शराब के पीने से लोगों की मौत हुई, इसमें और कौन-कौन से केमिकल का इस्तेमाल किया गया था। इसकी पूरी स्थित एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी। कई बातों पर अभी जांच चल रही है। जिन्हें जांच के बाद ही शेयर किया जाएगा।
मद्य निषेद्य के डीआईजी ने भी की जांच
मोतिहारी में घटना सामने आने के बाद चंपारण के डीआईजी, मोतिहारी के डीएम और एसपी ने मौके पर पहुंच कर जांच की। पटना से भी मद्य निषेध इकाई के डीआईजी अपनी टीम के साथ जांच करने गए थे। अभी तक कुल 5 एफआईआर इस मामले में दर्ज हुए हैं। इन केस की जांच अब मद्य निषेध इकाई की टीम जांच कर रही है। जहरीली शराब के इस कांड में शामिल 25 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा 103 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जो अवैध रूप से मोतिहारी में शराब बेचने में लगे थे।