रामनवमी पर सासाराम में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोप में नगर थाना पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया हैं। इसकी पुष्टि शाहाबाद के डीआईजी नवीन चंद्र झा ने की है।उन्होंने कहा हैं कि पूर्व विधायक की गिरफ्तारी उनके आवास से की गई हैं। इससे पहले भी बीजेपी के तीन नेता ने शिवसागर थाना में रामनवमी जुलूस के बाद हुए हिंसा भड़काने के आरोप में सरेंडर किया था।रामनवमी में शोभायात्रा के दौरान हिंसक झड़प हुई थी। जिसको लेकर पुलिस ने सख्ती दिखाई थी।
सांप्रादायिक हिंसा मामले में बीजेपी के कई विधायक शामिल
रामनवमी के दौरान बिहार के 5 जिले रोहतास, नालंदा, भागलपुर, गया और मुंगरे में शोभायात्रा को लेकर हिंसक झड़प हुई थी। इस हिंसा में बिहारशरीफ में एक युवक की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाई थी साथ ही सासारमा, नालंदा और बिहारशरीफ में धारा 144 लागू कर दिया गया था। वहीं कई दिनों तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखी गई थी। जिसको लेकर पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें बीजेपी के विधायक भी शामिल थे। जिसमें बीजेपी के तीन नेताओं ने बीते 17 जनवरी को शिवसागर थाना में सरेंडर किया था। तीन सरेंडर करने वालों में डॉ शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा और रॉबिन केसरी शामिल हैं। वहीं जवाहर प्रसाद को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया हैं।
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पांच बार विधायक रह चुके हैं सासाराम हिंसा भड़काने के आरोपी
जवाहर प्रसाद सासाराम विधानसभा क्षेत्र का 5 बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 1990 में वह पहली बार विधायक बने थे। हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में सासाराम सीट जेडीयू के पास जाने से इन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया था। अब रामनवमी जुलूस के बाद हुई हिंसा में उनका नाम आने से पुलिस ने कार्रवाई कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।