बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता के हथियार से भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाने के अभियान में लगे हुए हैं। तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से मिल कर उन्हें एकजुट करने का प्रयास कर रहे है। बता दें कि नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम केजरीवाल और फिर वाम दलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा सहित कई अन्य विपक्षी दल के नेताओं से भी मुलाकात कर चुके हैं। वही जहां नीतीश कुमार नहीं पहुंच पा रहे वहां वो अपने दूत के रूप में किसी ना किसी को भेज रहे हैं। ताकि विपक्षी एकता के हथियार पर और धार लगाई जा सके।
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ठाकरे और पवार से मिले देवेश चंद्र ठाकुर की मुलाकात
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिहार में विपक्षी दलों की बैठक करने की सलाह दी थी। ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दिया है। जिसके लिए अलग-अलग विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रण दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसके लिए नीतीश कुमार जहां नहीं जा पा रहे हैं वहां अपने प्रतिनिधी के रूप में अपनी पार्टी की तरफ से भेज रहे हैं। बिहार विधानपरिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाकात की तस्वीर सामने आई है। ऐसी खबर है कि इन दोनों नेताओं की देवेश चंद्र ठाकुर ने नीतीश कुमार से फोन पर बात भी कराई है।
हेमंत सोरेन से मिले ललन सिंह
विपक्षी एकता के अभियान के तहत नीतीश कुमार की मुलाकात झारखंड के मुख्यमंत्री से भी नहीं हुई है। लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुलाकात की तस्वीर समने आई थी। 3 मई को दोनों की मुलाकात हुई थी। माना जा रहा कि इस मुलकात के पीछे का भी मकसद विपक्ष को एकजुट करने से जुड़ा था।