आज आम आदमी पार्टी को खुश होने का बड़ा मौका मिला है। आप को इसी साल राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला लेकिन लोकसभा में उसकी पार्टी के एक भी सांसद नहीं थे। लेकिन अब आप ने लोकसभा सभा में एंट्री मार ली है। पंजाब के जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आप के उम्मीदवार ने बड़ी जीत हासिल की है। आप उम्मीदवार सुनील सिंह रिंकू ने 57 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हरा कर जीत हासिल की है। जिसके बाद आप एकबार फिर से लोकसभा में पहुंच चुकी है। दरअसल कभी चार सांसदों वाली आप की लंबे समय से लोकसभा में हिस्सेदारी शून्य थी।
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2019 में 1 सीट पर मिली जीत, बाद में छीन गई
2019 के लोकसभा चुनाव में आप को सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी। वो पंजाब की संगरूर सीट थी। जिसपर पंजाब के वर्त्तमान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जीत हासिल की थी। उन्होंने लगातार दूसरी बार इस सीट पर आप का झंडा बुलंद किया था। लेकिन 2022 में पंजाब का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना पड़ा। वर्ष 2022 में ही इस सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें आप के हाथ से ये सीट निकल गई। उपचुनाव में ये सीट शिरोमणि आकाली दल के सिमरनजीत सिंह मान ने जीत ली। जिसके बाद से लोकसभा में आप शून्य पर पहुंच गई थी।
2014 में 4 सीटों पर मिली थी जीत
2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बीच भी पंजाब की 4 सीटों पर आप का झाड़ू चल गया था। पंजाब की 4 सीटों पर जीत हासिल कर पहली बार आप में लोकसभा में अपने कदम रखे थे। उस चुनाव में पंजाब की फतेहगढ़ सहिब सीट आप के हरिंदर सिंह खालसा, फरीदकोट से साधु सिंह, पटियाला से धर्मवीर गांधी और संगरूर से भगवंत मान ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में भगवंत मान को छोड़ बाकि तीनों आप सांसद हार गए थे।