बागेश्वर वाले बाबा धीरेन्द्र शास्त्री के बिहार आगमन से पहले मंत्री तेजप्रताप यादव ने बयानी मोर्चा खोल रखा था। हालांकि तमाम सियासी बयानबाजियों की बीच बागेश्वर वाले बाबा पटना पहुंचे गए हैं। चार दिनों से नौबतपुर के तरेत पाली मठ में हनुमंत कथा भी कर रहे हैं। कथा में काफी भारी संख्या में श्रदालुओं की भीड़ भी उमड़ रही है। बागेश्वर वाले बाबा के बिहार आने के बाद आज पहली बार मंत्री तेजप्रताप यादव मीडिया के सामने आए। उनसे जब बागेश्वर वाले बाबा को लेकर सवाल पूछा गया तो वो भड़क गए। उन्होंने कहा कि कौन बाबा? मैं किसी बाबा को नहीं जानता हूँ। बाबा सिर्फ एक थे देवराहा बाबा। जो चार सौ साल तक जीवित रहे थे।
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“मैं सिर्फ देवराहा बाबा को मानता हूँ”
मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा मैं सिर्फ देवराहा बाबा को मानता हूँ। उन्ही के आशीर्वाद से मेरा जन्म भी हुआ है। उनके जैसा कोई और बाबा नहीं हुए। इसके आलावा किसी और बाबा को हम नहीं जानते हैं। वही बागेश्वर वाले बाबा के कार्यक्रम को लेकर उन्होंने कहा कि कथा में कितने लोग बीमार हो रहे हैं। आयोजकों ने सही व्यवस्था नहीं की है। उस बाबा सभी बिहारियों को गाली देने का काम किया है। पुरे बिहारियों को पागल कह रहे हैं।
“देश को तोड़ने के लिए रची जा रही पॉलिटिक्स”
बागेश्वर बाबा के बिहार में रामराज्य नहीं है के बयान पर भी तेजप्रताप यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिहार में कृष्ण राज और महागठबंधन राज है। भगवान श्री कृष्ण 16 कला से निपुण थे। राम जी 14 ही कला से निपुण थे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि हनुमान जी जो थे वो कृष्ण भगवान के छतरी पर थे। वही भाजपा नेताओं के कथा में शामिल होने को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से पोलटिक्स है, देश को तोड़ने के लिए इस तरह की पॉलिटिक्स रची जा रही है। आरएसएस और बजरंग दल के लोगों द्वारा मुझे गाली दी जा रही है।
भगवान को भी महाभारत में शिशुपाल में गाली दिया था। अंत में भगवान ने सुदर्शन चक्र चलाया था। सुदर्शन चक्र कर्नाटक में जनता ने तो चलाया ही जिसमें भाजपा छित्तिर-बित्तिर हो गई। ये बाबा बिहार में आया और वहां कर्नाटक में भाजपा को हरा दिया।