जातिगत जनगणना पर पटना हाईकोर्ट ने फिलहाल रोक लगाया है। 3 जुलाई को इस मामले में सुनवाई होनी है। बिहार में जातिगत जनगणना पर रोक के पटना हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची नीतीश सरकार को राहत नहीं मिली है। इन सब के बीच भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ कहा कि उन्हें जातिगत जनगणना से ना ही कोई परहेज है ना ही वो इसका विरोध कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमों लालू यादव पर सवालों की बौछार कर दी।
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लालू-नीतीश से सवाल
गिरिराज सिंह ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा कि मैं कोर्ट के बातों पर कोई टिप्पणी नहीं करता लेकिन जातिगत जनगणना से कोई परहेज नहीं है। लेकिन इतना निवेदन जरूर करेंगे कि आने वाले चुनाव में नीतीश कुमार और लालू यादव अपने 30-32 साल के सरकार को लेकर एक श्वेत पत्र जारी करें। ताकि पता चले कि दलित को ब्लॉक और पंचायत स्तर पर कितनी नौकरियां दी गई हैं। जिला स्तर पर कितने दलित, महादलित, पिछड़े और अति पिछड़े को नौकरियां दी गई।
गिरिराज सिंह ने कसा तंज
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि जापान में द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद परमाणु बम गिरा लेकिन वो 10 साल में खड़ा हो गया। लालू-नीतीश को बताना चाहिए कि 35 साल में कितने लोगों को नौकरी दी? कितने लोगों की आर्थिक स्थिति सुधारी? ये लोग केवल उन्माद फैलाते हैं। वहीं बागेश्वर धाम वाले बाबा के कथा में मांस-मछली खाकर जाने वाले बयान पर कहा कि सनातन धर्म , मुस्लिम धर्म जैसा नहीं है। जो माने वह हिंदू है जो ना माने वह काफिर है। जो एकादशी करे वह भी हिंदू जो ना एकादशी करें वह भी हिंदू है।