बिहार में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के फुलवारीशरीफ मॉड्यूल से जुड़े मो. अफरोज ने आखिरकार मुजफ्फरपुर स्थित विशेष अदालत (UAPA) में सरेंडर कर दिया। अफरोज पर बरुराज में युवाओं को कट्टरपंथी संगठन से जोड़ने और उन्हें ट्रेनिंग देने का आरोप था। वह पिछले दो सालों से फरार चल रहा था और एनआईए (NIA) ने उसकी गिरफ्तारी के लिए सख्त कार्रवाई शुरू कर दी थी।
कैसे NIA के निशाने पर आया अफरोज?
अफरोज मूल रूप से पूर्वी चंपारण के मेहसी थाना क्षेत्र के कस्बा गांव का निवासी है। वह PFI के प्रदेश उपाध्यक्ष मो. रियाज मौरिफ का बेहद करीबी था। बरुराज के परसौनी गांव में अब्दुल कादिर अंसारी के घर पर उसने ट्रेनिंग कैंप चलाया था। फुलवारीशरीफ मॉड्यूल में भी उसकी सक्रिय संलिप्तता पाई गई थी। एनआईए ने इससे पहले 5 फरवरी 2023 को पूर्वी चंपारण के चकिया से मो. बेलाल को गिरफ्तार किया था। बेलाल की पूछताछ में खुलासा हुआ कि अफरोज और उसके साथी पीएफआई की गतिविधियों को बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे थे। इसके बाद, एनआईए ने परसौनी में छापेमारी कर कई आपत्तिजनक दस्तावेज, ट्रेनिंग कैंप के बैनर और तलवार जब्त की थी।
बरुराज केस: NIA की जांच और बड़े खुलासे
एनआईए ने बरुराज के परसौनी गांव में ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ करने के बाद इंस्पेक्टर विकास कुमार के प्रतिवेदन पर यूएपीए (UAPA) के तहत एफआईआर दर्ज कराई।
इस केस में कई बड़े नाम शामिल हैं:
- मो. बेलाल – (चकिया, हरपुर किशुनी) – गिरफ्तार
- अब्दुल कादिर – (बरुराज, परसौनी) – गिरफ्तार
- रियाज मौरिफ – (रुनवां, चकिया) – गिरफ्तार
- याकूब खान उर्फ सुल्तान उर्फ उस्मान – (मेहसी, मुगलपुरा) – अब तक फरार
- मो. अफरोज – (मेहसी, कस्बा) – अब सरेंडर
अब्दुल कादिर और रियाज मौरिफ पर 17 मार्च को कोर्ट में आरोप गठन पर सुनवाई होगी। गृह विभाग ने दोनों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दे दी है। याकूब खान उर्फ उस्मान अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
PFI के अहमद पैलेस से जुड़े हैं सभी आरोपी
जांच में सामने आया कि बरुराज के परसौनी और मोतिहारी के गांधी मैदान में ट्रेनिंग कैंप चलाने वाले सभी आरोपी फुलवारीशरीफ के अहमद पैलेस से जुड़े थे। PFI के प्रदेश उपाध्यक्ष रियाज मौरिफ ने व्हाट्सएप मैसेज के जरिए मो. अफरोज और याकूब खान को परसौनी और मोतिहारी में ट्रेनिंग कैंप चलाने का निर्देश दिया था। इन सभी का सीधा कनेक्शन बिहारशरीफ के शमीम अख्तर, तमिलनाडु के मो. रोसेलन, मधुबनी के तौसीफ और अनसारुल हक जैसे PFI के बड़े नेताओं से पाया गया।