दिल्ली में चुनावी गहमागहमी के बीच एक और बड़ा घटनाक्रम सामने आया। गुरुवार दोपहर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की एक टीम पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। जानकारी के मुताबिक, यह टीम अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाए आरोपों की जांच के लिए पहुंची है और उम्मीदवारों को तोड़ने के दावों को लेकर पूछताछ करेगी।
दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद एग्जिट पोल्स के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भारी बहुमत मिलने के संकेत मिल रहे हैं, जिससे सियासी हलचल तेज हो गई है। बुधवार को जारी 11 में से 8 एग्जिट पोल्स ने भाजपा की सरकार बनने का अनुमान जताया था, वहीं गुरुवार को जारी तीन और सर्वेक्षणों ने भाजपा की प्रचंड जीत का दावा किया है। इसके विपरीत, आम आदमी पार्टी (आप) को पिछड़ता हुआ दिखाया गया है।
इसके बाद चुनावी नतीजों से पहले ही आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर विधायकों को तोड़ने की कोशिश का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि उनके उम्मीदवारों को भाजपा में शामिल होने के लिए 15-15 करोड़ रुपये के ऑफर दिए जा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि “पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों को भाजपा से फोन आए हैं, कहा जा रहा है कि पार्टी छोड़ दो, मंत्री बना देंगे।”
आम आदमी पार्टी के आरोपों पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि “आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को अपने बयान वापस लेने चाहिए, अन्यथा भाजपा उनके खिलाफ कानूनी नोटिस भेजेगी।” भाजपा ने आरोपों को निराधार बताते हुए इसे “आप की हार की हताशा” करार दिया।