बिहार एक बार फिर आध्यात्मिक लहर में बहने को तैयार है! बागेश्वर धाम के प्रसिद्ध पीठाधीश्वर आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर बिहार के दौरे पर आ रहे हैं। इस बार वे न केवल हनुमत कथा का दिव्य आयोजन करेंगे, बल्कि भक्तों के लिए दरबार भी सजाएंगे।
यह भी पढ़ें : बिहार में फिर बड़े पैमाने पर हुआ अधिकारियों का तबादला.. देखिए पूरी लिस्ट
6 मार्च से 10 मार्च तक गोपालगंज के रामनगर में होने वाले इस महायज्ञ और हनुमत कथा में देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने की उम्मीद है। अयोध्या, मथुरा और वृंदावन से संतों का आगमन होगा, जिससे यह आयोजन और अधिक पवित्र और दिव्य हो जाएगा। आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने स्वयं सोशल मीडिया के माध्यम से इस कार्यक्रम की जानकारी दी है, जिसके बाद से ही भक्तों के बीच उल्लास की लहर दौड़ गई है।
रामनगर में इस विशाल आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। यज्ञ मंडप, यज्ञशाला और एक भव्य पंडाल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की एक प्रतिष्ठित एजेंसी को कथा स्थल को भव्य रूप देने का जिम्मा सौंपा गया है। रामनगर स्थित श्रीराम जानकी मठ के महंत हेमकांत देवाचार्य ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है और इसे भव्यतम बनाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
हनुमत कथा और यज्ञ के लिए चार एकड़ भूमि में एक भव्य पंडाल तैयार किया जा रहा है। केवल पूजा पंडाल ही नहीं, बल्कि साधु-संतों के लिए आश्रय स्थल, भोजनालय, स्नानागार और शौचालय जैसी सुविधाओं की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है। हर दिन पांच हजार से अधिक भक्तों के लिए महाप्रसाद की सेवा होगी, जिससे किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो।
महायज्ञ और हनुमत कथा से एक दिन पहले, 5 मार्च को भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी। यह यात्रा ऐतिहासिक होगी क्योंकि इसमें 1 लाख से अधिक कन्याएं भाग लेंगी। यह यात्रा श्रीराम जानकी मठ से प्रारंभ होकर भोरे प्रखंड के लखरांव बाग पहुंचेगी, जहां राजकीय तालाब से जल भरकर पुनः मंदिर परिसर में वापस लाई जाएगी।