मुंबई: शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चुनाव आयोग (EC) पर लगाए गए पक्षपात के आरोपों का समर्थन किया है। ठाकरे ने सोमवार को मुंबई में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी का बयान “100% सही” है, क्योंकि चुनाव आयोग “बीजेपी के कार्यालय से ही चलता है, ये पूरी दुनिया जानती है।” राहुल गांधी ने हाल ही में अमेरिका के बॉस्टन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अनियमितताओं का आरोप लगाया था।
उन्होंने दावा किया था कि चुनाव आयोग ने निष्पक्षता नहीं दिखाई और महाराष्ट्र में मतदाता सूची में असामान्य वृद्धि हुई, जिसके आधार पर उन्होंने चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाए। गांधी ने खास तौर पर नवंबर 2024 के विधानसभा चुनावों में 39 लाख नए मतदाताओं के जुड़ने की बात कही थी, जिसे उन्होंने “सांख्यिकीय रूप से असंभव” करार दिया। आदित्य ठाकरे ने गांधी के इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर पहले भी सवाल उठते रहे हैं, और राहुल गांधी ने जो कहा, वह सच है। यह पूरी दुनिया देख रही है कि चुनाव आयोग कैसे काम कर रहा है।”
हालांकि, चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में मतदाता सूची को अपडेट करने की प्रक्रिया पारदर्शी थी। आयोग के अनुसार, 13.8 मिलियन बूथ लेवल एजेंट्स होने के बावजूद केवल 89 अपीलें ही दायर की गईं, जिससे यह साफ है कि मतदाता सूची पर व्यापक रूप से कोई विवाद नहीं था इस बीच, विपक्षी दलों का चुनाव आयोग पर अविश्वास बना हुआ है। शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ ने पहले भी दिसंबर 2024 में एक संपादकीय में चुनाव आयोग को “चोर” करार देते हुए मोदी-शाह सरकार का सहयोगी बताया था। दूसरी ओर, कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि महाराष्ट्र में 2009 से मतदाता संख्या में वृद्धि का रुझान असामान्य नहीं है, जिसके आधार पर गांधी के दावों को चुनौती दी जा रही है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) को 2024 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद से ही विपक्षी दल चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।
आदित्य ठाकरे को मुंबई की सड़कों पर समर्थकों और मीडियाकर्मियों से घिरा हुआ देखा जा सकता है, जहां उन्होंने यह बयान दिया। इस मुद्दे पर बीजेपी की ओर से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।