चंडीगढ़: हरियाणा के मंत्री और बीजेपी नेता महिपाल ढांडा ने कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा समन किए जाने पर बड़ा बयान दिया है। ढांडा ने कहा कि ईडी और अन्य स्वतंत्र एजेंसियां अपने इनपुट के आधार पर काम करती हैं, और अब वे पूरी स्वायत्तता के साथ काम कर रही हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 2004 से 2014 तक कांग्रेस सरकार ने इन एजेंसियों को “पंगु” बना रखा था, लेकिन बीजेपी सरकार ने सत्ता में आते ही इन्हें स्वतंत्र कर दिया।
महिपाल ढांडा ने यह भी याद दिलाया कि जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस ने उनकी सरकार को कैसे परेशान किया था। उन्होंने कहा, “मोदी जी ने कभी इसका जवाब नहीं दिया, लेकिन आज बीजेपी सरकार पूरी निष्पक्षता के साथ काम कर रही है।” ढांडा ने 2004-2014 के दौरान कांग्रेस सरकार के कथित घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि उस दौरान जनता और बीजेपी ने सड़कों पर उतरकर इन घोटालों के खिलाफ जांच की मांग की थी। इसके बाद ईडी और सीबीआई ने मामले दर्ज किए, लेकिन कांग्रेस को लगता था कि वे अपने प्रभाव से फैसले करा लेंगे। दूसरी ओर, रॉबर्ट वाड्रा ने ईडी की इस कार्रवाई को “राजनीतिक साजिश” करार दिया है।
वाड्रा, जो कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के पति हैं, ने आरोप लगाया कि जब भी वे देश के हित में कुछ बोलते हैं, बीजेपी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें रोकने की कोशिश करती है। इस मामले में वाड्रा को हरियाणा के शिखोपुर जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग जांच के लिए तलब किया गया है। यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है, जब बीजेपी और कांग्रेस के बीच राजनीतिक तनाव चरम पर है। जहां बीजेपी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का दावा कर रही है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक प्रतिशोध के तौर पर देख रहा है। इस मामले ने एक बार फिर स्वतंत्र एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।