अहमदाबाद: आज दोपहर एक गंभीर विमान दुर्घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए हैं। यह घटना तब हुई जब एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान, जो अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, उड़ान भरने के तुरंत बाद सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास मेघानी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 242 यात्रियों, 2 पायलटों और 10 केबिन क्रू सदस्यों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है, हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, विमान ने उड़ान भरने के एक मिनट के भीतर 625 फीट की ऊंचाई पर संकेत खो दिए, जिसके बाद यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद आसमान में काले धुएं का गुबार उठा, जिससे आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आपातकालीन सेवाओं ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया है। नागर उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और बोइंग की तकनीकी टीम इस हादसे की औपचारिक जांच शुरू करने की तैयारी में हैं, लेकिन दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चला है।
यह भारत में विमान दुर्घटनाओं की एक दुर्लभ घटना है, खासकर आधुनिक बोइंग 787 जैसे उन्नत विमान के साथ। 1988 में अहमदाबाद में हुई एक विमान दुर्घटना, जिसमें 133 लोगों की मौत हुई थी, को देखते हुए सुरक्षा मानकों में सुधार हुआ है, लेकिन इस हादसे ने एक बार फिर उड्डयन सुरक्षा प्रोटोकॉल पर सवाल उठाए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी खराबी या मानवीय त्रुटि (जैसे FAA की 2019 बोइंग 737 मैक्स रिपोर्ट में उल्लिखित) संभावित कारण हो सकते हैं, हालांकि जांच के बाद ही स्पष्टता आएगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का अहमदाबाद पहुंचना इस घटना की गंभीरता को दर्शाता है। आपात स्थिति में उच्च-स्तरीय समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया जा रहा है। साथ ही, इस घटना ने भारत के तेजी से बढ़ते उड्डयन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों और प्रशिक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को तेज कर दिया है।
जांच एजेंसियां दुर्घटना के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स और उड़ान डेटा का विश्लेषण करेंगी। इस बीच, यात्रियों और उनके परिवारों के लिए सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं, और सरकार ने स्थिति पर नजर रखने का आश्वासन दिया है। आने वाले घंटों में अधिक जानकारी की उम्मीद है, क्योंकि बचाव और राहत कार्य जारी हैं।