पटना : आसमान में उड़ते सपनों की एक मंज़िल थी मनीषा थापा। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 में बतौर केबिन क्रू शामिल मनीषा के लिए यह बस एक और ड्यूटी थी, लेकिन किसे पता था कि यही उड़ान उनकी आखिरी बन जाएगी। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरते ही यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर मेघानी नगर की बस्तियों पर आकर क्रैश हो गया। हादसे में 241 लोगों की जान गई, जिनमें पटना की बेटी मनीषा भी शामिल थीं।
पटना से आसमान तक: मनीषा की कहानी
फुलवारीशरीफ, महुआ बाग की रहने वाली मनीषा थापा न केवल अपने परिवार की शान थीं, बल्कि एयर इंडिया में एक समर्पित एयर होस्टेस के रूप में उन्होंने कई यात्रियों के सफर को यादगार बनाया था। श्यामा अपार्टमेंट के पास रहने वाली यह युवती अपने हौसले, मेहनत और मुस्कान के लिए जानी जाती थी। उनके निधन की खबर जैसे ही पटना पहुंची, मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया।
दुर्घटना जिसने पूरे देश को झकझोर दिया
संभावना जताई जा रही है कि फ्लाइट टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही तकनीकी गड़बड़ी या संभावित पक्षी टकराव की वजह से संतुलन बिगड़ा और विमान घनी आबादी वाले क्षेत्र में गिर गया। बता दें 230 यात्री और 12 चालक दल सदस्य सवार थे सिर्फ एक, विश्वास कुमार रमेश, इस विनाश से जीवित बच सके। घटना की जांच NIA और अन्य एजेंसियां कर रही हैं, ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
शोक में डूबा देश, पटना का दर्द सबसे गहरा
मनीषा की अंतिम यात्रा अब उनकी उड़ान बन गई, लेकिन ऐसी उड़ान, जो आसमान से सीधी अनंत में विलीन हो गई। उनके माता-पिता, रिश्तेदार और मित्र अहमदाबाद पहुंचे हैं, जहां शवों की पहचान डीएनए जांच से हो रही है। इस भीषण हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी समेत कई जाने-माने लोग भी मारे गए।
सहानुभूति और सहयोग की लहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटनास्थल का दौरा कर पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। बॉलीवुड सितारों अमिताभ बच्चन और अनुपम खेर ने भी सोशल मीडिया पर मनीषा और अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी। LIC ने बीमा दावों के निपटान में त्वरित राहत की घोषणा की है।
पटना की इस जांबाज बेटी ने दिखाया कि सपनों को पंख देने के लिए सिर्फ हिम्मत चाहिए। अब वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी मुस्कराहट, समर्पण और उड़ान की कहानी हर उस लड़की को हिम्मत देगी जो आकाश को अपनी मंज़िल बनाना चाहती है।